नौतपा में तपना खपना नपना सब ध्यान से – ज्योतिष आचार्य कृष्णमेहता

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पंचकूला 26 मई- हरीश शर्मा अश्वनी शर्मा प्रस्तुति—जीवन में मृत्यु सबसे बड़ा नुकसान नहीं है। सबसे बड़ा नुकसान है आपसी संबंधों का खत्म होना और हमारे जीवित रहते ऐसा होता है।दूसरों से मधुर संबंध स्थापित रखना सबसे महत्वपूर्ण है। बस नीयत और नजरिया ठीक रखों।लोगों की चिंता छोड़कर अपने में मस्त रहों।तुम जैसे भी हो उसी में बेहतर हो जाओगे।अपने व्यक्तित्व में स्वयं अधिक से अधिक सुधार करें तो सदा खुश और संतुष्ट रहोगेll

25 से नौतपा शुरू हो चुका हैअपना ध्यान रखेंखूब पानी पिएंदेसी खीरा और ककड़ी खाएंनींबू और काला नमक डाल कर। तरबूज खाएं ( लेकिन कफ प्रकृति वाले न खाएं )l थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर पैर पैरों के बल बैठकर घुट घुट पानी पीते रहे बांएं नाक से सांस लेते हुए आंखें बंद कर ठंडी फीलिंग लेनी है। तरबूज खरबूजा आदि खाने के बाद पानी कदापि नहीं पीना चाहिए। हैजा होने से घातक परिणाम आ सकता है। यह महत्वपूर्ण जीवन उपयोगी जानकारी ज्योतिष आचार्य पंडित कृष्ण मेहता ने अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से गर्मी से पीड़ित जनता के लिए उपलब्ध करवाई है।

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