भगवान परशुराम भवन सैक्टर 37 चंडीगढ़ में बड़े हर्षोल्लास और धूम धाम से श्री विष्णु भगवान के छठे अवतार भगवान परशुराम जी का जन्म महोत्सव मनाया गया। श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ द्वारा दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के सहयोग से पांच दिवसीय श्री राम कथा का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। परमपूज्य गुरुदेव श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या सुश्री संयोगिता भारती जी ने 6 मई से लेकर 10 मई तक पांच दिनों में श्री राम चंद्र जी के संपूर्ण संघर्ष्मय जीवन का चरित्र चित्रण प्रस्तुत करते हुए विस्तार से श्रद्धालु श्रोताओं बड़ी सरलता और सहजता से भजन कीर्तन के माध्यम से समझाया। महिला संकीर्तन मंडली की ओर से साध्वी सुश्री संयोगिता भारती जी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ के प्रधान श्री यशपाल तिवारी ने स्वामी श्री गुरुकृपानंद जी एवं स्वामी श्री सतबीरानंद जी का धन्यवाद करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किया। श्री ब्राह्मण सभा, श्री देवालय पूजक परिषद एवं महिला संकीर्तन मंडली ने दिव्य ज्योति जागृति संस्थान से पधारी साध्वियों सहित अन्य सदस्यों को भावभीनी बिदाई देते हुए नम आँखों से अभिनंदन किया। अक्षय तृतिया और भगवान परशुराम जन्मोत्सव के पावन पर्व के शुभ अवसर पर भगवान परशुराम जी की सुंदर और आकर्षक मूर्ति की स्थापना भवन के मुख्य द्वार पर पूर्ण कर्मकांड एवं वैदिक मंत्रों द्वारा की गयी। श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ द्वारा कुछ प्रतिभाशाली व्यक्तियों को उनके द्वारा किये गए विशेष कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया।कार्यक्रम के चलते चंडीगढ़ सांसद के चुनाव के लिए प्रत्याशी श्री संजय टंडन और श्री मनीष तिवारी भी भगवान परशुराम जी का आशीर्वाद लेने के लिए उपस्थित हुए। अन्य सर्व ब्राह्मण सभा के प्रतिनिधियों ने श्री अमित शर्मा के नेत्रत्व में एक विशाल शोभा यात्रा निकाली जिसे भगवान परशुराम भवन सैक्टर 37 सी चंडीगढ़ से प्रारंभ करके सैक्टर 45 (बुडेल) के शिव मन्दिर में संपन्न किया गया। युवाओं में एक विशेष उत्साह की लहर देखने को मिली। श्री ब्राह्मण सभा चंडीगढ़ की वार्षिक साधारण बैठक भी की गयी जिसमें सभा की चयनित करिकारिणी के द्वारा वर्ष 2023-24 में किये गए महत्वपूर्ण कार्यों का विवरण प्रस्तुत करते हुए सभा के प्रधान श्री यशपाल तिवारी ने कहा कि आने वाले निकतम समय में धर्मशाला में ठहरने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए एक लिफ्ट का भी प्रावधान किया जाएगा। कार्यक्रम के समापन उपरांत विशाल भंडारा लगाया गया।