चंडीगढ़:-05 जनवरी 23:-आरके विक्रमा शर्मा/अनिल शारदा+राजेश पठानिया प्रस्तुति:—-इंजीनियरिंग विभाग अधिकारियों की लेटलतीफी के कारण हर साल सैकड़ों पब्लिक हेल्थ के गरीब वर्कर हो जाते हैं बेरोजगार, इसी लेटलतीफी के विरोध में फेडरेशन ने लगाया साल का पहला धरना प्रदर्शन.*
आज यूटी चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन द्वारा एवं पब्लिक हेल्थ मेंटिनेस वर्करों द्वारा इंजीनियरिंग विभाग पब्लिक हेल्थ मेंटेनेंस बूथ CP- 3 सेक्टर 16 में कार्यरत लगभग 100 से ज्यादा वर्क मुंशी, बेलदार, राजमिस्त्री व कारपेंटर वर्करों को हर साल इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की लेटलतीफी के कारण बेरोजगार होना पड़ता हैं और इसी कारण धरना लगाना पड़ा क्योंकि समय पर टेंडर ना लगाने के कारण यह वर्कर बिना तनख्वाह के काम करने पर मजबूर हो जाते हैं जो काम टेंडर खत्म होने से 2 महीने पहले करना चाहिए अधिकारी उस काम को टेंडर खत्म होने के बाद करते हैं जिस वजह से टेंडर लेट लगता है और इन वर्करों को बिना टेंडर के काम करने की तनख्वाह भी नहीं दी जाती जबकि यह वर्कर निरंतर अपना काम करते है इसी दिक्कत को लेकर फेडरेशन लगातार अधिकारियों से मिलती रही लेकिन आज फेडरेशन एवं पब्लिक हेल्थ के सैकड़ों वर्करों के सब्र का बांध टूट गया और मजबूरन सभी वर्करों को फेडरेशन के बैनर तले सेक्टर 9 यूटी सचिवालय (चीफ इंजीनियर दफ्तर) के बाहर धरना लगाना पड़ा धरने पर बैठे फेडरेशन एवं पब्लिक हेल्थ के सैकड़ों वर्करों का गुस्सा देख इंजीनियरिंग विभाग के उच्च अधिकारी को आनन-फानन में फेडरेशन के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग करनी पड़ी और इस मीटिंग में इंजीनियरिंग विभाग की ओर से चीफ इंजीनियर सीबी ओझा,SE.जिगना मैडम, राजेश बंसल,EE. शिवकुमार,अनिल शर्मा एवं फेडरेशन की ओर से चेयरमैन हरबंस सिंह प्रधान रंजीत मिश्रा ऑफिस सेक्रेट्री मयंक शर्मा शामिल हुए और मीटिंग में फेडरेशन पदाधिकारियों की ओर से वर्करों की बात रखी गई जिस पर चीफ इंजीनियर सीबी ओझा की ओर से आश्वासन दिया गया कि आज शाम तक सभी टेंडर फाइनल करके भेज दिए जाएंगे और आगे से ध्यान रखा जाएगा कि किसी भी वर्कर को बेरोजगार ना होना पड़े और समय से पहले ही सारी कार्रवाई पूरी की जाएगी और चीफ इंजीनियर द्वारा संबंधित अधिकारियों को भी फटकार लगाई गई इसी आश्वासन के बाद फेडरेशन ने अपना यह धरना दोपहर को ही समाप्त कर दिया और सभी वर्कर अपने अपने काम पर लौट गए। फेडरेशन एवं समस्त वर्करों ने चीफ इंजीनियर सीबी ओझा का धन्यवाद किया।