कुरुक्षेत्र:- 16 दिसंबर:- आरके विक्रमा शर्मा/ हरीश शर्मा आर्य/ विक्रांत शर्मा/ करण शर्मा:—- धर्म और कर्म की पावन स्थली कुरुक्षेत्र में मौजूदा दौर में परमार्थ त्याग और करुणा के हस्ताक्षर कहे जाने वाले वरिष्ठ नागरिक छोटे लाल मोदगिल जी का देहावसान समाज के हर वर्ग के लिए दुखद और अपूरणीय क्षति है। कुरुक्षेत्र में सही मायने में अपना एक निस्वार्थ और परमार्थ क्षेत्र में हर समय तत्पर रहने वाला सेवा व्रती पंडित छोटेलाल मोदगिल को खो दिया है। यह भावपूर्ण अभिव्यक्ति पंडित रामकृष्ण शर्मा ने हरियाणा के एकमात्र सिद्ध शक्ति पीठ भद्रकाली कूप के विशाल सभागार में हजारों लोगों की उपस्थिति में व्यक्त की है। यह जाने-माने धर्म और समाज और मानवता के प्रति समर्पित छोटेलाल मोदगिल की रसम पगड़ी के लिए आयोजित समारोह में पंडित रामकृष्ण शर्मा ने कृतज्ञ समाज की ओर से आभार भरे विचार व्यक्त किए हैं। और छोटे लाल मोदगिल जी की अचानक बैकुंठ धाम की ओर रवानगी को भौतिक समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया है। पंडित रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि आदरणीय छोटेलाल मोदगिल जी उनके लिए बड़े भाई का साया थे। जिससे आज वह वंचित हो गए हैं। लेकिन उनके आज्ञाकारी और धर्म कर्म को जीवन की लक्ष्मण रेखा मानने वाले सुपुत्र मनिंदर कुमार मोदगिल छोटेलाल मोदगिल जी की कमी खलने नहीं देंगे। और उनके बताए गए और शुरू किए गए सदकर्मों को जारी रखेंगे। कुरुक्षेत्र वासी और अनेकों व्यवसायी समाज सेवा के कार्यों में उनका यथावत सहयोग करते रहेंगे। ताकि जो यात्रा छोटे लाल मोदगिल जी ने शुरू की थी। वह जारी रहे। धर्म की ध्वनि गुंजायमान रहे। कर्म की कविता सदा गाती जाती रहे। और परमार्थ परोपकार की पराकाष्ठा बनी रहे।
अल्फा न्यूज़ इंडिया ने भी इस शोक संताप के मौके पर दिवंगत आत्मा छोटेलाल मोदगिल जी को अपनी पुनीत श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें समाज सेवा का दर्पण कहा है। और भाई मनिंदर कुमार मोदगिल को आश्वासन दिया है कि शर्मा परिवार और अल्फा न्यूज़ इंडिया परिवार सदा उनके साथ खड़ा रहेगा। आज इस मौके पर कुरुक्षेत्र के सिद्ध पीठ भद्रकाली कूप में आयोजित रस्म पगड़ी समारोह में हरियाणा के दूरदराज जिलों से ही नहीं, बल्कि पंजाब सहित चंडीगढ़ और हिमाचल से भी छोटे लाल मोदगिल जी के बड़ी तादाद में चाहने वाले, आस्थावान श्रद्धावान आदि ने दिवंगत आत्मा के लिए प्रभु चरणों में अपनी हाजिरी दर्ज करवाते हुए उन के मोक्ष हेतु मां भद्रकाली के चरणों में विनती की। और शोकाकुल परिवार के साथ भी हमेशा पूर्ववत कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहने का विश्वास और आश्वासन दिया।
दिवंगत छोटे लल मोदगिल जी के सुपुत्र और धर्म व्रती मनिंदर कुमार मोदगिल ने रसम पगड़ी में शामिल हरेक जन का हाथ जोड़कर धन्यवाद किया। और सब को विश्वास दिलाया कि उनके पिता छोटेलाल मोदगिल जी द्वारा तमाम समाजिक और मानवीय सेवा में समर्पित कार्यों को बिना रुकावट के जारी रखा जाएगा। यही उनके लिए सच्ची और सार्थक श्रद्धांजलि होगी।