चंडीगढ़:-25 नवंबर आरके विक्रमा शर्मा/ हरीश शर्मा/ करण शर्मा/अनिल शारदा प्रस्तुति:–-चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन के द्वारा इंडस्ट्रियल एरिया के व्यापारियों से भेदभाव की भावना को रखते हुए 2 कनाल से ऊपर के प्लाटों को कन्वर्जन के नाते 8-10 मंजिल बनाने दी गई। उसी के विपरित छोटे प्लॉटों को आज तक कुछ भी नहीं दिया गया। यहां तक तंग किया जा रहा है। यदि किसी ने 2 मंजिल बना लिया है। उसको भी तोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यही मांगे हमारी काफी समय से चलती आ रही है। जबकि प्रशासन की तरफ से कभी मांग पूरी नहीं की गई है। इस तरह के बहुत से मुद्दे हैं। जो समय समय पर व्यापारियों के द्वारा प्रशासन के सामने रखे गए हैं। जिसमें लीज टू फ्रीहोल्ड का और कन्वर्जन पोलिसी का मेन मुद्दा है।
चंडीगढ़ एडमिशन के द्वारा चंडीगढ़ इंडस्ट्रियल एरिया का नाम चेंज करके इंडस्ट्रियल बिज़नस पार्क रखा गया। इसके बावजूद भी छोटे छोटे व्यापारियों को कभी मिस यूज के नाम से कभी वायलेशन के नाम से कभी जीएसटी के नाम से कभी फायर पॉलिसी के नाम से पता नहीं और किस-किस नाम से तंग किया जा रहा है। चंडीगढ़ का व्यापारी चंडीगढ़ के प्रशासन और चंडीगढ़ की रीड की हड्डी है जिसे तोड़ने का काम किया जा रहा है।