चंडीगढ़ :-15 नवंबर:- आरके विक्रमा शर्मा /अनिल शारदा:—–मौसम पूर्णतया करवट ले चुका है! नाना प्रकार के वायरस पर्यावरण को दूषित कर रहे हैं! डेंगू, मलेरिया, प्लेटलेट्स कम हो जाना, उल्टियां दस्त,सिर चकराना/ सिर भारी भारी रहना, शरीर निढाल होना और चिकनगुनिया का कहर यह सभी कुछ आज के बदलते मौसम में व्याप्त हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य पंडित कृष्ण मेहता अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से लाखों लाखों पाठकों की नजर बदलते मौसम के लिए बहुत उपयोगी का हाडा की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं।।
अक्सर बदलते मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम होना स्वभाविक है। इसके लिए हमारी रसोई में ही काढा तैयार कर सकते हैं।*
एक गिलास पानी
4 लौंग
1 छोटी इलायची
1 छोटा टुकड़ा अदरक
2-3 तुलसी पत्र
थोड़ा सा गुड़
सभी को मिलाकर इतना उबालें कि आधा गिलास ही बच जाए। और फिर गुनगुना पीकर मुंह ढक कर सो जाए। एक ही पसीना आने से शरीर बिल्कुल हल्का और तरोताजा महसूस करेगा दिमाग में भी खूब स्फूर्ति बनेगी पढ़ाई में दिनचर्या के कार्यों में आपका मन लगेगा ध्यान रखें कि भी फिजूल भारी खाना आदि ना खाएं खाना कम से कम खाएं अधिक से अधिक बचाएं तभी यह काढ़ा गुणकारी फलदाई साबित होगा।
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