चंडीगढ़/ शिमला:- 20 अक्टूबर आरके विक्रमा शर्मा हरीश शर्मा करण शर्मा प्रस्तुति:—- गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव इस बार पुर जोरों पर हैं परिणाम चाहे कुछ भी हों। लेकिन राजनीतिक समीकरण कब क्या करवट ले लें। कुछ नहीं कहा जा सकता। वैसे भी राजनीति करने वाले और रंग बदलने वाले गिरगिट हमेशा आमने-सामने रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि यह बाजी हमेशा सियासी नेता ही मारते रहे हैं। आज कुछ ऐसा ही सियासी उठापटक दलबदल का नजारा सामने आया है। जब हिमाचल प्रदेश के कांग्रेसी पूर्व मंत्री कर्ण सिंह जी के सुपुत्र ने आज भारतीय जनता पार्टी में एंट्री मार ली है।
हिमाचल प्रदेश की बंजार विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे आदित्य विक्रम सिंह ने उस वक्त पार्टी से इस्तीफा दे दिया। जब उन्हें टिकट नहीं दी गई| आदित्य विक्रम सिंह बीती रात बीजेपी में शामिल हो गए हैं| देव भूमि हिमाचल प्रदेश के मुख्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज हिमाचली नेता जयराम ठाकुर की मौजूदगी में उन्होंने हाथ को बाय-बाय कहते हुए दोनों हाथ से भारतीय जनता पार्टी का कमल थामा| इस मौके पर बीजेपी के अन्य नेता भी मौजूद रहे।।
पूर्व मंत्री कर्ण सिंह के बेटे हैं आदित्य विक्रम सिंह।।
आदित्य विक्रम सिंह के पिता कभी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हैं| वह पूर्व मंत्री कर्ण सिंह के बेटे हैं| लेकिन इसके बावजूद उन्हें टिकट नहीं दी गई| बताया जाता है कि आदित्य विक्रम सिंह टिकट के लिए दिल्ली तक के चक्कर लगा चुके थे| बहराल, कांग्रेस से टिकट न मिलने से आदित्य विक्रम सिंह की नाराजगी ऐसी परवान चढ़ी कि उन्होंने पार्टी से ही मोह भंग कर लिया। और बीजेपी के साथ अपनी नई राजनीतिक पारी शुरू करने की तरफ आगे बढ़ गए| वहीं, आपको बतादें कि कांग्रेस ने बंजार विधानसभा क्षेत्र से खिमी राम को टिकट दी है| अब खिली राम और आदित्य विक्रम सिंह प्रतिद्वंदी बन कर एक दूसरे के आमने सामने मैदान में हैं। इंतजार कीजिए वक्त कैसे करवट लेता है। और किसे जीत का ताज हासिल होता है।