चंडीगढ़/ वाराणसी:- 12 सितंबर:- आर के विक्रम शर्मा/ हरीश शर्मा/ करण शर्मा/ अनिल शारदा/ राजेश पठानिया:– ज्ञानवापी मंदिर का मामला कोर्ट के फैसले के साथ तकरीबन निपट ही गया है ज्ञानवापी मंदिर था ज्ञानवापी मंदिर है और ज्ञानवापी मंदिर रहेगा बाकी कुछ भी नहीं बचेगा जो सत्य है वही सनातन है और सनातन ही भारतवर्ष है और भारतवर्ष ही हिंदुस्तानियों का हिंदुस्तान है यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है इस देश की माटी का कण कण अपनी गवाही अपनी कहानी अपनी पुराणिक था अपनी ऐतिहासिकता स्वयं कहता है उसे किसी वकील न्यायधीश कचहरी आदि की आवश्यकता नहीं है जो इस देश में खानाबदोश प्रजातियां दूसरे मुल्कों से आई है उन्हें वापस जाना ही होगा बेहतर है वह स्वयं इज्जत के साथ अपनी जान के साथ वापस चले जाएं इस देश को खत्म करने की उनकी मंशा कभी कामयाब नहीं होगी क्योंकि जिनके सिर पर बाबा शिव का साया है जो शिव का अंश है उनका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है और यह शिव ही है जो मक्का मदीना तक अपनी प्रभु सत्ता अक्षण आज तक बनाए हुए हैं यह उनका पराक्रम और शक्ति है जिससे वहां के लोग भी और देश में वह लोग जहां जहां भी रहते हैं कम कम आते हैं और जिंदगी में एक बार मक्का जाकर भगवान शंकर का दर्शन करने से अपने जीवन को धन्य बनाते हैं इससे ऊपर शिव भक्ति की पराकाष्ठा धरती पर कहीं देखने को नहीं मिलेगी।।
शिव ही सत्य है, शिव ही अनन्त है।
शिव ही अनादि है, शिव ही भगवंत है।
शिव ही ओंकार है, शिव ही ब्रह्म है।
शिव ही शक्ति है, शिव ही भक्ति है!!
ॐ नमः शिवाय – हर हर महादेव 🙏
#ज्ञानवापी_मंदिर।।
हर हर महादेव
ज्ञानयापी मस्जिद का फैसला हिंदू पक्ष में आया है
बधाई हो बधाई हो🥰😇🙏
किसी भी धर्मनिरपेक्ष दल ने हिंदुओं के पक्ष में आए इतने बड़े ऐतिहासिक फैसले का स्वागत नही किया अभी तक।।। और हिंदुस्तान के हिंदू ऐसी पार्टी स्कोर अपना आदर्श मानते हैं जो हिंदुस्तान के देवी देवताओं को नहीं मानते हैं वह खुद जान लें कि ऐसे नेताओं के पीछे लगने से उनकी अपनी जाट अपनी पहचान अपनी औकात क्या सामने आती है यह कहने की जरूरत नहीं रह जाती है।। हर एक पाठक इस खबर की पुष्टि स्वयं कर सकता है।।
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