चंडीगढ़:- 29 अगस्त हरीश शर्मा राजेश पठानिया अनिल शारदा करण शर्मा चंडीगढ़ पॉलिथीन से मुक्त हो चुका है सोहनी सिटी ब्यूटीफुल सिटी बैग ज्ञानी भिखारी फ्री सिटी है पीसफुल सिटी चंडीगढ़ आवारा मवेशियों से फ्री सिटी है चंडीगढ़ सिटी स्मोक फ्री सिटी है लेकिन यह सब कुछ सिर्फ और सिर्फ सरकारी रिकॉर्ड में संतुष्टि देने वाले वाक्य है वास्तविकता से इनका कोई भी लेनदेन नहीं है यह चीज भलीभांति चंडीगढ़ में बसने वाले तमाम न्याय प्रणाली को संचालित करने वाले पुलिस अधिकारी प्रशासनिक अधिकारी नगर निगम अधिकारी संपदा विभाग अधिकारी और ना जाने कौन-कौन अधिकार रखने वाले अधिकारी समाजसेवी आदि बखूबी वाकिफ है लेकिन कड़वा सत्य यह है कि चंडीगढ़ शहर जो कि स्मार्ट सिटी कहलाता है सड़कों पर आज भी आवारा मवेशी घूमते पाए जाते हैं हर चौक चौराहे पर भिखारियों के हजूर भीख मांगते नजर आते हैं आवारा कुत्तों की तादाद आसमान छू रही है कई सेक्टरों में बंदरों की दहशत को बढ़ाने में बंदरों की फौज बखूबी लगी हुई है यानी कि चंडीगढ़ प्रशासन और नगर नगर निगम चंडीगढ़ की देखभाल करने में कितना अब्बल और कामयाब है यह तो लिखने की जरूरत ही नहीं रह जाती है नगर निगम के बाद मौली जागरण में आजकल आवारा पशुओं कुत्तों आदि से जनता पूरी तरह दुखी और परेशान रहती है इस तरफ स्थानीय पार्षद कितना ध्यान दे पाते हैं यह इन पशुओं की धमाल चौकड़ी मुख्य सड़कों पर बखूबी बयां करती है अल्फा न्यूज इंडिया का सुगंधित नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों सहित स्थानीय पार्षद से कहना है कि इस और तुरंत विशेष और प्राथमिकता के तौर पर ध्यान दिया जाए ताकि सरकारी प्रशासन सुविधा देने की बजाय दुविधा का जनक ना समझा जाने लगे।।
मौली कॉम्प्लेक्स में बीमार गायें, जो पालतू हैं सड़कों और गलियों में भटकती देखी जाती हैं। कई गाय को तो चलना भी मुश्किल हो रहा है। सुबह पशु पकड़ने वाली गाड़ी आई थी। हैरत की बात है कि महज दो कर्मचारी गाय पकड़ने का ड्रामा करने आए। खाली हाथ ही लौट गए।। ड्यूटी की खानापूर्ति करते दो कर्मचारी होते हैं। स्थानीय वार्ड नंबर 7 के तमाम वासियों ने अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से प्रशासन और नगर निगम से पुरजोर मांग की है कि इस विकट समस्या की ओर अभिलंब ध्यान दिया जाए। और इसका निवारण किया जाए। नहीं तो सभी वार्ड वासी मजबूरन इस मार्फत नगर निगम कमिश्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक श्री बनवारी लाल पुरोहित जी से भी मुलाकात करेंगे।।