चंडीगढ़ /मंडी गोविंदगढ़: 9 अगस्त: आरके विक्रमा शर्मा /राजेश पठानिया+ अनिल शारदा प्रस्तुति:–मेहनतकश जनता पर सारे टेक्स रद्द करने, वेतन-दिहाड़ी बढ़ाने, सभी मेहनतकशों को राशन कार्ड पर सारी चीजें मुहैया कराने, सभी बेरोजगारों-अर्धबेरोजगारों को स्थाई रोजगार देने की माँग और महंगाई को लेकर पंजाब सरकार और केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की काबिल सरकार के विरुद्ध मंडी गोविंदगढ़ खन्ना में जोरदार कामयाब रोज और खिलाफत प्रदर्शन किया गया।
आज खन्ना-मंडी गोबिंदगढ़ इलाके के लोगों द्वारा नौजवान भारत सभा के नेतृत्व में कमरतोड़ महँगाई की दोषी राज्य और केंद्र सरकारों के खिलाफ़ खन्ना के एडीसी कार्यालय पर रोष प्रदर्शन किया गया। सभा द्वारा सरकारों को भेज कर माँग की गई है कि केंद्र और राज्य सरकारें बढ़ती महँगाई को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएँ। मेहनतकश जनता पर लादे गए तमाम टेक्स रद्द हों, पूँजीपति वर्ग पर भारी टेक्स लगाए जाएँ, मज़दूरों के वेतन-दिहाड़ी में बढ़ोतरी हो, न्यूनतम वेतन 25 हजार किया जाए, दिहाड़ी-पीसरेट इसी हिसाब से तय हो। नरेगा मज़दूरों को पूरा साल काम मिले और उन्हें भी न्यूनतम वेतन मिले। सभी मेहनतकशों के राशन कार्ड बनाए जाएँ और राशन कार्ड पर राशन की तमाम चीजें मुहैया करवाई जाएँ। सभी बेरोजगारों-अर्धबेरोजगारों को पक्का रोजगार दिया जाए। स्थाई रोजगार मिलने तक गुजारे लायक बेरोजगारी भत्ता दिया जाए। सारी मेहनतकश आबादी को सरकार द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, परिवहन आदि सहूलतें दी जाएँ।
रोष प्रदर्शन को नौजवान भारत सभा के नेताओं अवनीत, कृष्ण, राजवीर और रविंदर सलाणा, मुक्ति संग्राम मज़दूर मंच के नेता लखविंदर, कारखाना मज़दूर यूनियन की सचिव कल्पना ने संबोधित किया। उनके अलाव रोष प्रदर्शन को मज़दूर यूनिनय इलाका खन्ना के नेता मलकीत सिंह, मुलाजिम नेता जगदेव सिंह और टीएसयू (सर्कल खन्ना) के नेता जसवीर सिंह, भाकियू (एकता-उगराहाँ) जिला लुधियाणा के सचिव सुदागर सिंह घुडाणी ने भी संबोधित किया। नवजोत और संतोख ने जुझारू गीत पेश किए।
रोष प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पंजाब समेत पूरे देश की मेहनतकश आबादी गरीबी-बदहाली के भयानक हालातों का सामना कर रही है। अब लगातर बढ़ती महँगाई के कारण लोगों की जिंदगी और भी दूभर हो गई है। देश की दौलत मुट्ठी भर पूँजीपतियों पर लुटाई जा रही है। महँगाई की मार झेल रही मेहनतकश आबादी को इससे राहत दिलाने के लिए सरकार बनते कदम नहीं उठा रही। उन्होंने कहा कि जनता को कमरतोड़ महँगाई से राहत दिलाने का एकमात्र उपाय है कि सरकार पूँजीपतियों पर भारी आमदनी टेक्स लगाए और मेहनतकश जनता को टेक्सों के बोझ से मुक्त किया जाए, मज़दूरों के वेतन-दिहाड़ी में वृद्धि हो, राशन और अन्य सरकारी सहूलतें मिलें।