चंडीगढ़: 10 अगस्त :- आरके विक्रमा शर्मा/ राजेश पठानिया/ अनिल शारदा/ करण शर्मा/ हरीश शर्मा:— बिहार में बहुत ही नाटकीय ढंग से जेडीयू और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन बुरी तरह से लड़खड़ाते हुआ फाइनली गिर ही गया है। और नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी को दो टूक जवाब दे दिया है जा रे बेवफा हम तुमसे बात करना तो दूर, तुम्हारी तरफ देखना भी पसंद नहीं करते हैं। और नीतीश कुमार ने सत्ता सुख भोगने के लिए उन से हाथ मिला लिया। जिन से आंख भी नहीं मिलाते थे। यानी नीतीश कुमार तो मुख्यमंत्री रहेंगे ही साथ ही लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों के सुपुत्र तेजस्वी यादव को अपनी सरकार में उपमुख्यमंत्री के ताज से नवाजा है। खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे और इसका मौका मिलते ही क्यों हाथ पीछे पीछे के चलते कांग्रेस आई के सीनियर लीडर और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी चुटकी ली है कि भारतीय जनता पार्टी दगाबाज पार्टी है इसने जिसके साथ भी हाथ मिलाया है उसको ही धूल चटाया है लेकिन इस मर्तबा पंगा नीतीश कुमार से था। जो नीतीश कुमार ने जता दिया है कि अगर तुम्हारे दांत तेज हैं। तो मेरे तो नाखून भी तेज हैं। यानी तुम डाल डाल तो हम पात पात। और वैसे भी सत्ता सुख में नीतीश कुमार भाग्य की ज्यादा खा रहे हैं। वोटरों की रहमतों पर उनकी किस्मत की खूबसूरती देखी जाती है। तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री बनकर फूले नहीं समा रहे हैं। और भाजपा टूटे गठबंधन पर मंथन करने के लिए अगल-बगल झांक रही है। कांग्रेस आई हर बार की तरह दूसरों की नुक्ताचीनी करके खुद को तसल्ली दे रही है।
दोस्तों यह सत्ता का गलियारा है। यह कौन कैसी किसके कहने पर कब और किस प्रकार की करवट लेगा, यह कहना बहुत ही मुश्किल है।। हरीश रावत ने नीतीश कुमार ई सियासी सोच समझ और पर के दाग देते हुए कहा है कि जिस जिस ने भारतीय जनता पार्टी पर किया भरोसा पार्टी ने उसको बखूबी दिया धोखा और उसकी पार्टी और उसको बर्बाद करने में भारतीय जनता पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ती है। ने आगे कहा कि बात करें जम्मू कश्मीर की तो वहां मुफ्ती महबूबा पंजाब में अकाली दल बादल के प्रकाश सिंह बादल फिर शिवसेना और अब की बारी नीतीश कुमार पर पड़ना चाहती थी भाजपा भारी। पर नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त दी करारी। और तेजस्वी यादव की चल निकली लारी और तुनक कर सीट पर बैठ बोले यह सीट उपमुख्यमंत्री की अब हमारी।।