चंडीगढ़:- 10 जुलाई:- आरके विक्रमा शर्मा/ हरीश शर्मा/ करण शर्मा/ राजेश पठानिया/ अनिल शारदा प्रस्तुति:—- दुराना से शिव मंदिर के पंडित जी ने अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से लाखों सुधि पाठकों सहित उन तमाम गृहस्थियों के लिए एक बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की है कि घरों में झाड़ू आदि का क्या महत्व है। इसका घर में कहां कैसा और किन किन कारणों से पवित्र स्थान है। अक्सर घर में ही हम बहुत सारी भूल अनजाने में करते रहते हैं। जो परिवार के लिए और स्वयं के लिए कष्ट दायक सिद्ध होती हैं। लेकिन अगर हमें घर गृहस्थी के वस्तुओं की महत्वपूर्ण और बुनियादी जानकारी रहेगी। तो हम कभी भी उन वस्तुओं का दुरुपयोग और निरादर भूल से भी नहीं करेंगे। भगवान से आशा करते हैं और प्रभु की अनुकंपा के लिए उनके श्री चरणों में वंदना करते हैं कि सभी कुशल मंगल रहें। सुखी, समृद्ध और परोपकारी, देशभक्ति से भरे और स्वस्थ दीर्घायु जीवन को जीते रहें।
घर में बड़े बुजुर्ग की भांति घर की स्वच्छता जो घर और इंसान के स्वास्थ्य के लिए पहला बुनियादी और उपयोगी अनिवार्य वस्तु झाड़ू है। झाड़ू को लक्ष्मी जी इसलिए कहते हैं क्योंकि झाड़ू को लक्ष्मी का वरदान मिला हुआ है। झाड़ू का स्थान हमारे घर में बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। वह हमारे घर में बहुत अधिक महत्व रखती है।
अगर कोई व्यक्ति घर से बाहर जा रहा होता है। तो उसके बाद में झाड़ू नहीं लगानी चाहिए। झाड़ू को घर में छुपा कर रखना चाहिए । इधर उधर कहीं भी नहीं रखनी चाहिए। किसी भी बाहर वाले व्यक्ति को आने पर आपके घर की झाड़ू नहीं दिखनी चाहिए ।
झाड़ू का कभी भी पैर नहीं लगाने चाहिए। और उसको सीधा खड़ा नहीं रखना चाहिए। झाड़ू में मां लक्ष्मी का वास होता है। अगर गलती से कभी पैर लग भी जाए तो उसको प्रणाम करना चाहिए।
झाड़ू का हमें आदर करना चाहिए। ज्यादा पुरानी टूटी-फूटी झाड़ू का इस्तेमाल घर में नहीं करना चाहिए। इससे घर में रोजगार धंधे में वृद्धि नहीं होती है। और घर में दरिद्रता सहित बीमारियों का आ कारण ही वास हो जाता है।
नई झाड़ू का इस्तेमाल हमें शनिवार को ही करना चाहिए। और उसे छुपा कर रखनी चाहिए । घर के मुख्य द्वार, छत पर बिल्कुल भी नहीं रखनी चाहिए। झाड़ू को कभी भी किचन में नहीं रखना चाहिए। घर में दरिद्रता आती है। झाड़ू को कभी भी बेडरूम में नहीं रखना चाहिए। इससे पति-पत्नी के बीच में झगड़े होने की पूरी संभावना रहती है । दांपत्य जीवन में खटास बढ़ती है और विश्वास द्वेष और एक दूसरे के प्रति अविश्वास की भावना जन्म लेती है।
घर में सूर्यास्त के बाद कभी भी झाड़ू पोंछा नहीं करना चाहिए । झाडू पर कभी भी गलती से भी पैर नहीं रखना चाहिए। क्योंकि झाड़ू में लक्ष्मी मां का वास होता है। वह मां लक्ष्मी को अति प्रिय है। और उनके एक हाथ में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप में झाड़ू रहती है।
झाड़ू को कभी भी गीली नहीं रखनी चाहिए। झाड़ू से कभी भी किसी व्यक्ति या जानवर को नहीं मारना चाहिए। या यूं मान लें कि झाड़ू से कभी भी किसी दूसरे जीवित प्राणी पशु पक्षी को स्पर्श भी नहीं करना चाहिए। नए घर में अगर प्रवेश कर रहे हैं। तो नई झाड़ू बड़े ही पवित्र भाव से जरूर खरीदना चाहिए।
झाड़ू से कभी भी झुठन साफ नहीं करनी चाहिए। ना ही झाड़ू को कभी उलगना चाहिए। अमावस्या या शनिवार को पुरानी झाड़ू टूटी- फूटी झाड़ू को घर से बाहर फेंकना चाहिए। लड़कियों के लिए शनिवार या अमावस के दिन घर में प्रयुक्त हुई झाड़ू को विदा करना चाहिए।
गुरुवार या शुक्रवार को कभी भी झाड़ू को नहीं फेंकनी चाहिए। या घर से बाहर नहीं निकालनी चाहिए। नहीं तो मां लक्ष्मी भी घर से चली जाएगी।।
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बुनियादी जानकारी है और इन बातों को एक नियम समझकर अगर जीवन में धारण किया जाए तो नाना प्रकार की आज समय और आंख कारण ही बीमारियों विकृतियों विकारों और परिवारिक समस्याओं से रोगों से सहज व सरलता से छुटकारा पा सकते हैं।।