चंडीगढ़:- 15 जून:- राजेश पठानिया :-अनिल शारदा/ करण शर्मा:—ट्राइसिटी और पंजाब के बहुचर्चित केसों में से अहम केस नैशनल शार्प शूटर सिप्पी सिद्धू की मर्डर मिस्ट्री में 7 साल बाद आरोपी कल्याणी को गिरफ्तार किया गया है। वो चंडीगढ़ में बतौर एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर है। और हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेटी है। चंडीगढ़ पुलिस ने इस मामले में कुछ नहीं किया था। फिर ये केस सीबीआई के सुपुर्द कर दिया गया था।कल्याणी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के फॉर्मर जस्टिस की बेटी है। सिप्पी सिद्धू मोहाली केक नामी-गिरामी फैमिली से था जिसका चंडीगढ़ स्थाई सेक्टर बड़ी सवेरे रामगढ़िया भवन के समीपवर्ती पार्क में मर्डर कर दिया गया था। यह दर्दनाक हादसा 20 सितम्बर 2015 का है। कल्याणी की माता हिमाचल प्रदेश के हाई कोर्ट में कार्यरत है। गिरफ्तार की गई कल्याणी का 4 दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड लिया गया है। बताते चलें कि तत्कालीन परिवेश में दोनों परिवारों की पंजाब के सियासी बड़े घरानों से उठना बैठना था। इसलिए भी यह मामला दोनों तरफ दोस्ताना संबंधों के चलते तारपीडो होता रहा। एक तरफ से भी सिद्धू की तो दूसरी तरफ पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस की फैमिली से जुड़ा यह मुद्दा बहुत चर्चित रहा। जिप्पी सिद्धू के भाई सिप्पी सिद्धू के कातिलो को पकड़वाने के लिए पुलिस की ओर से ₹10000 इनाम भी रखा गया था। सीबीआई ने कल्याणी से कई बार इस मामले में पूछताछ भी की लेकिन हर बार रिजल्ट जीरो रहा। लेकिन शुरू से ही सिप्पी ग्रेवाल की दोस्त रही कल्याणी पर ही शक की सुई घूमती रही लेकिन बड़ी पहुंच के कारण उस पर हाथ डालना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर ही बनी रही बता दें कि 20 सितंबर 2015 में चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के पार्क में सिप्पी सिद्धू पर गोलियां बरसा कर कत्ल कर दिया गया था। वर्ष 2016 में यह केस सीबीआई को सुपुर्द किया गया था।