चंडीगढ़/ केरल ; 20 मई ; आरके विक्रमा शर्मा /चंद्रभान सोलंकी ;—-धर्मी कब कुकर्मी और कुकर्मी कब धर्मी बन जाता है ये सब वक़्त के हाथ में है ! किस्मत और कर्म तो अपना रोल अदा करते हैं ! शर्मनाक घटना साऊथ इंडिया से है ! केरल प्रान्त की कैपिटल तिरुवनंतपुरम स्थित कोल्ल्म के नजदीक किसी आश्रम के 54 वर्षीय धरम पालक का पीड़िता ने इसलिए लिंग काटा क्योंकि वह जबरन उसका दैहिक शोषण तकरीबन पांच साल से किये जा रहा था ! जब जब पीड़िता के घर पूजा करवाने आता जरूर अपनी वासना का नंगा तांडव नाचता ! रौंगटे तो तब खड़े हुए जब पीड़िता ने रोतेरोते अपनी व्यथा सुनाई कि प्नमाणा के धर्मस्वामी जिसका नाम गणेशानंद उर्फ़ “हरिस्वामी” उसके साथ तब से जबरजिन्नाह करने लगा हुआ है जब वह महज 12 कक्षा की स्टूडेंट थी ! फ़िलहाल शुक्रवार रात्रि को ही “धर्मस्वामी” को तो हस्पताल में भर्ती करवाया गया ! जहाँ उसके शरीर के 10 % साथ लटके लिंग की डाक्टरों ने प्लासिटक सर्जरी से उसको बचा तो लिया है पर उसका खूब सारा रक्त बह चूका था ! हॉस्पिटल के सूत्रों की मानें तो धर्मस्वामी की जान अब खतरे से बाहर है ! कानून के रक्षकों यानि वर्दी वालों ने भी धर्मस्वामी पर मामला कई धाराओं के तहत दर्ज किये और अगली जाँच भी शुरी कर दी है ! पर यकीनी सूत्रों के मुताबिक पीड़िता पर कोई कानूनी मामला आदि दर्ज नहीं किया गया ! इस घटना की महिला आयोग ने भी निंदा की और युवती को अपने अधिकार के प्रति सजग होकर खुद की असस्मत की रक्षा हेतु आयोग ने खूब सराहना की और महिला समाज को भी निडरता से काम लेने की बात कही ! पुलिस दुविधा में पड़ी है कि इतने वर्षों से अपनी उम्र से कई गुना बड़े स्वामी की वासना का शिकार बनती रही पीड़िता पर क्या कार्यवाही की जाये ! या कोई कार्यवाही बनती ही नहीं क्योंकि पीड़िता ने अपने दैहिक मानसिक और शरीरक शोषण के खिलाफ हाथ उठाया ! देखना ये है कि इस देश का कानून कितनी सार्थक भूमिका निभाता है ! महिला आयोग केरल स्टेट की मेंबर प्रोमिला देवी ने तो पीड़िता के साहस को सलाम करते हए गर्व की कार्यवाही कहा है ! पीड़िता ने चाकू से धर्मस्वामी का 90 % लिंग काट डाला था ! समाज के लोगों के आक्रोश है कि हॉस्पिटल वाले डाक्टरों को ऐसे घिनौने उपचार आदि से कन्नी काट लेनी चाहिए ! जिसके चलते असहाय युवती से जबरजिन्नाह न हो ! उधर केरल के मुख्यमंत्री तक ने मामले की निंदा की ! मामला खूब चर्चा बटोर रहा है ! खुद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पीड़िता के उक्त कदम को बहुत ही साहसिक कदम बताया ! आज पीड़िता कानून की स्टूडेंट है और उसकी उम्र भी 23 वर्ष है ! यानि कि गणेशानंद उर्फ़ हरिस्वामी की हवस का शिकार होते हुए उसको 11 साल हो गए हैं और किसी को इस कुकर्म की भनक तक न लगी ! पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गणेशानंद हरिस्वामी पर आईपीसी की धारा 376 व् पाक्सो कानून की अन्य धाराओं के तहत केस रजिस्टर्ड किये गए हैं ! पुलिस के मुताबिक हरिस्वामी का पीड़िता की मां के पास अक्सर आना जाना लगा रहता था ! पुलिस ये भी जांच करेगी कि बेटी की दुर्दशा के पीछे माँ की संलिप्पता तो नहीं है ! पीड़िता दहशत में है ! और हरिस्वामी के भक्तों से उसको खतरा भी बना है !