काला नमक से ऎसीडिटी का शर्तिया इलाज : नेचुरोपैथ कौशल

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चंडीगढ़:04 मई आरके विक्रमा शर्मा/ अनिल शारदा प्रस्तुति:—अगर आपको हमेशा एसिडिटी की समस्या होती है और एन्टासिड ले लेकर फ़ेडप हो गए हैं तो नैचुरल चीजों को ध्यान देने की ज़रूरत है, जो घर पर ही आसानी से मिल जायें।

कभी-कभी तो यह एन्टासिड एसिडिटी में काम भी नहीं करते हैं।

जब कुछ भी काम नहीं करता तब किचन में रखा काला नमक का डिब्बा बहुत काम करता है। इससे एसिडिटी, बदहजमी और पेट फूलने की समस्या से आसानी से राहत पाया जा सकता है।

*काला नमक कैसे काम करता है.?*

*(1). बदहजमी से बचाता है:*

काला नमक लीवर में एक प्रकार के बाइल का उत्पादन करने में मदद करता है जो हजम शक्ति को उन्नत करने के साथ-साथ भूख को बढ़ाता है। बायल में छोटी आंत में जो फैट और फैट-सोल्युबल विटामिन होते है उसको सोखकर बदहजमी होने से बचाता है।

*(2). हार्टबर्न के कष्ट से राहत दिलाता है:*

आयुर्वेद में इसका बहुत इस्तेमाल होता है क्योंकि यह पेट में एसिड को संतुलित करके हार्टबर्न से राहत दिलाता है।

*(3). पेट का फूलने और एसिडिटी के लक्षणों को कम करता है:*

काला नमक में सोडियम क्लोराइड, सल्फेट, आयरन, फेरिक ऑक्साइड आदि होते हैं जो एसिडिटी के लक्षणों से राहत दिलाने में मदद करते हैं। खाने के बाद काला नमक लेने से पेट हल्का रहता है।

*(4). शरीर में रक्त की वृद्धि होती है:*

काला नमक में जो आयरन होता है वह शरीर में ब्लड काउन्ट को बढ़ाकर एनीमिया से लड़ता है।

*कैसे इसका इस्तेमाल करें-*

• आयुर्वेद के अनुसार काला नमक को अजवाइन के साथ पीसकर उसमें नींबू का रस मिलाकर लेने से एसिडिटी, हर्टबर्न, पेट का फूलना जैसे लक्षणों से राहत मिलती है। इसको खाने के बाद या सोने से पहले लेना अच्छा होता है।

• दही, रायता, सलाद या दूसरे सब्ज़ियों के ऊपर भी डालकर खा सकते हैं। अगर खाने बनाने में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं तो टेबल सॉल्ट और काला नमक को बराबर भागों में ले।

• खाने के बाद काला नमक चबा सकते हैं या एक चुटकी चाट भी सकते हैं।

 

 

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