चंडीगढ़:- 01 मई : राजेश पठानिया/अनिल शारदा प्रस्तुति:—कॉलोनी नंबर 4 में प्रशासन द्वारा पीला पंजा चलाने पर और लोगों को घर से बेघर करने पर चंडीगढ़ महिला कांग्रेस ने सत्ता पक्ष भाजपा और चंडीगढ़ की संसद पर हमला बोला है!!
अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर चंडीगढ़ प्रशासन और चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने मजदूरों के घर तोड़ कर उनको तोहफा दिया !!
आज चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे ने प्रशासन और चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर 4 नंबर कॉलोनी वासियों के सिर से छत को छीन लेना कहां तक उचित है?? जब 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षाएं चल रही हैं! और बच्चों व बच्चियों की इस परीक्षाओं के समय उनके सर से छत को छीना कहां तक वाजिब है?? उनके उज्जवल भविष्य के साथ खिलवाड़ चंडीगढ़ का प्रशासन और सांसद किरण खेर क्यों कर रहा है?
दीपा दुबे ने सांसद किरण खेर से सीधा सवाल किया कि कोरोना की चौथी लहर के आगमन पर सांसद किरण खेर के 4 महीने बाद चंडीगढ़ के आगमन पर ही चंडीगढ़ के कॉलोनियों वासियों को इस तरीके का तोहफा देना कहां तक सार्थक व न्यायसंगत है।
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्षा दीपा दुबे ने आगे कहा कि बीजेपी के नेता कुछ दिन पहले लोगों को दिलासा दे रहे थे कि मकान देने के बाद ही पूर्ण तरीके से कॉलोनी नेस्तनाबूद की जाएगी। लेकिन बड़ी साजिश के तहत चंडीगढ़ भाजपा के अध्यक्ष अरुण सूद और चंडीगढ़ की मेयर सरबजीत कौर और भाजपा के नेताओं ने अपने चहेतों को अलॉटमेंट लेटर दिलवा दी। और चार नंबर कॉलोनी में रहने वाले बाकी लोग इस गर्मी के और कोरोना के चौथी लहर के आगमन पर सड़क के ऊपर अपने समान बच्चों व बिना पानी और बिना बिजली के बैठे दिखे।
दीपा दुबे ने कहा कि भाजपा की सांसद किरण खेर और चंडीगढ़ की मेयर सर्वजीत कौर को महिला होने के नाते यह भी नहीं सोच सकी कि कम से कम उन गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों जो अभी-अभी जन्मे हैं। उन पर तो थोड़ा तरस खाते। या जिन महिलाओं के बच्चा गर्भ में है। और जिनकी डिलीवरी इसी माह में होने वाली हैं। कम से कम उनके बारे में तो एक बार सोचा होता, सांसद किरण खेर ने और प्रशासन ने। जो महिलाएं आज अपनी जवान बच्चियों के साथ बेघर होकर सड़क पर बैठे हैं, उनकी सुरक्षा का किया?
चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्षा दीपा दुबे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ तो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा पूरे देश में दे रहे हैं। लेकिन चंडीगढ़ में उनकी भाजपा का अध्यक्ष अरुण सूद उनकी सांसद किरण खेर और बीजेपी की ही मेयर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और आवास योजना की चंडीगढ़ में धज्जियां उड़ा रहे हैं।
दीपा दुबे ने अंत में प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित से मांग की है कि जल्द से जल्द कॉलोनी नंबर 4 के लोगों को उनकी छत उनका आशियाना और जो महिला गर्भवती है। और जिनके डिलीवरी इसी माह होने वाली हैं। और 10वीं और 12वीं के सभी बच्चों की जिनकी परीक्षाएं चल रही हैं। उनको जल्द से जल्द उनके घर उनको दिए जाएं। और प्रशासन को आदेश दिया जाए कि चंडीगढ़ के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बंद किया जाए।
घर से बेघर हुए महिला पुरुष बच्चे और जिनकी 10वीं 12वीं की परीक्षाएं हैं जो महिलाएं गर्भवती हैं। या सड़क पर आ गए छत विहीन परिवारों के लिए कांग्रेस आई इकाई ने और कांग्रेस आई महिला प्रधान ने क्या कुछ सहायता या खाने की सामग्री आदि उपलब्ध करवाई है?? इसके बारे में कोई जानकारी अल्फा न्यूज़ इंडिया को नहीं मिल पाई है।।। शहर की और अनेकों सामाजिक संस्थाओं और सामाजिक सरोकारों से जुड़े ठेकेदारों आदि ने और इन लेबर क्लास लोगों से लेबर का काम लेने वाले बड़े-बड़े ठेकेदारों सहित स्थानीय सियासी पार्टियों ने किस तरह के मस्जिद इंतजाम इनके लिए किए हैं यह सब यक्ष प्रश्न बने हुए हैं।।।