चंडीगढ़:- 28 अप्रैल:- आरके विक्रमा शर्मा/ राजेश पठानिया+ करण शर्मा/ अनिल शारदा:– चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम चंडीगढ़ पूरी तरह से चंडीगढ़ वासियों की सेवा में तत्पर रहते हैं! यह कड़वा सच है कि आला अधिकारी चंडीगढ़ वासियों की सेवा में किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरतना चाहते हैं! लेकिन अधीनस्थ और कनिष्ठ कर्मचारियों के कारण बड़े अधिकारियों की भी कई बार किरकिरी होती रहती है। बड़े अधिकारी हमेशा आदेश देते हैं। और आदेशों का शक्ति से पालन होने की बात भी सुना देते हैं कि जनता को किसी प्रकार की परेशानी पेश ना आए। और उनके सरकारी दफ्तरों में कार्य लंबित ना रहें। हालांकि यह ऊंट के मुंह में जीरा और हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और ही साबित होते रहते हैं। क्योंकि अधीनस्थ कर्मचारी इस ओर खास ध्यान देने से गुरेज बरतते हैं।
सरकारी दफ्तरों में सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों के बारे में एक तथ्य बिल्कुल क्लियर है कि पांचों उंगलियां बराबर नहीं होती हैं। हैरत और शर्म की बात है कि यह बाबू लोग लोगों को चक्कर पर चक्कर कटवाते रहते हैं और मजबूरन काम लेते रहने से परेशान व्यक्ति इनकी जड़ों में कथित रूप से मूर्ति रख में पूछने को विवश हो जाता है। यह भी सच है कि चंडीगढ़ जैसे शिक्षित शहर से भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी कभी भी किसी भी सूरते हाल खत्म हो ही नहीं सकती है। सरकारी टेबलों पर फाइलें कई हफ्तों से नहीं बल्कि कई कई महीनों से धूल फांक रही होती हैं। और प्रभावित उपभोक्ता कई कई महीनों से और कई दफ्तरों में तो कई सालों से दफ्तरों में अधिकारियों व कर्मचारियों के चक्कर काट काट कर कई मर्तबा तो आत्महत्या का ही कर लेने की सोच लेता है। लेकिन इन बेशर्म लोगों पर किसी तरह की कोई भी जूं तक कान पर नहीं रेंगती है।
अल्फा न्यूज़ इंडिया ने चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम चंडीगढ़ के आला अधिकारियों से पुरजोर अपील करते हुए कहा है कि लंबित मामलों के निस्तारण में तीव्रता लाने के लिए हर संबंधित कर्मचारी और उसके अधिकारी के मोबाइल फोन पर डेली अलर्ट मैसेज डीऐएम प्रेषित किए जाने की शुभ व्यवस्था तुरंत प्रभाव से लागू की जानी चाहिए इस वंदे अधिक जानकारी देते हुए अल्फा न्यूज़ इंडिया के पंडित आर के शर्मा जीने बताया कि आला अधिकारी यों के सख्त आदेशों के बावजूद भी आदेश और कनिष्ठ अधिकारी कर्मचारी इस ओर कोई ध्यान ना दे कर जनता से जबरदस्ती कई मामलों में धनराशि ऐंठने में मशगूल रहते हैं।। रिश्वत ना देने की दिशा में अनेकों दफ्तरों के अधिकतर बाबू लोग तरह-तरह के बहाने बनाकर संबंधित उपभोक्ता को जलील और परेशान करने से गुरेज नहीं रखते हैं। यही नहीं यह कनिष्ठ और अधीनस्थ कर्मचारी अन्य को मौकों पर तो संबंधित उपभोक्ता को बड़े अधिकारी के पास फाइल होने की बात कहकर बड़े अधिकारियों के व्यक्तित्व पर बट्टा लगाते हैं।
अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से पंडित रामकृष्ण शर्मा यानी आर के शर्मा जी ने प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से गुजारिश की है कि इस और विशेष और अति शीघ्र फोर्स और सकारात्मक कदम उठाया जाना बेहद जरूरी है क्योंकि जनता ऐसे बाबू क्लास लोगों से बेहद खफा और प्रताड़ित है इससे कार्यप्रणाली में तेजी आएगी और पारदर्शिता भी बनी रहेगी इसीलए दैनिक अलर्ट मैसेज किस व्यवस्था तुरंत प्रभाव से लागू की जानी चाहिए।।