चंडीगढ़/श्री दिल्ली:- 23 अप्रैल:- आरके विक्रमा शर्मा/ अनिल शारदा/ सुमन वैदवाल:-— आज समूचा विश्व अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक दिवस बड़े गौरव और एक विलक्षण अनुभूति भरी हुई ज्ञान अनुभव राशि संजोय होने के नाते मना रहा है।
आमुक ने कहा है कि पुस्तकों से बड़ा कोई भी दुनिया में आपका सहारा और मंझा सधा हुआ साथी नहीं है। जीवन में पुस्तकों का वही स्थान है जो स्वास का शरीर में है।
नई दिल्ली रोहिणी के सेक्टर 16 निवासी अध्यापिका श्रीमती रेखा दीपक भालेराव ने अल्फा न्यूज़ इंडिया को अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक दिवस के अवसर पर कहा कि दुनिया और जीवन में मां के बाद अगर कोई दूसरा सशक्त समर्थ और सफल गुरु है। तो वह पुस्तकें ही हैं।
चंडीगढ़ प्रशासन के लोक संपर्क विभाग के निदेशक राजीव तिवारी ने पुस्तकों को भौतिक जीवन रूपी रथ का सारथी बताया है। और हर उम्र दराज के लोगों को पुस्तकों को अभिन्न साथी बनाने का अनुभवी परामर्श दिया है।