चंडीगढ़ ; 4 जून ; आरके शर्मा विक्र्मा /मोनिका शर्मा ;—–बेटियां अब हर क्षेत्र में बेटों को पछाड़ती देखि जा रही हैं ! बेटे वाक्य ही जमीन जायदाद और जोरू तक सीमित होकर रह गए हैं जबकि बेटियों ने हर मुकाम पर खुद को खूब आत्म निर्भर और परिश्रमी निष्ठावान परोपकारी हने के साथ साथ मातापिता का अंतिम साँस तक सहारा बनने का सबब सफलता पूर्वक निभा कर दिखाया ! अब तो खूब नवविवाहित दम्पति दोनों हाथ उठा उठा कर भगवान से बेटी की दात मांगते नजर आते हैं ! बेटे थोड़ी सी बात पर जननी तक को जलील करने का अवसर हाथ से नहीं जाने देते ! जबकि बेटियां शिक्षा पा कर और ना पा कर भी दोनों रुपों में मातापिता का बुढ़ापे में सहारा बनती हैं ! अनेकों उदाहरण समाज में मिलते हैं जब बेटियों ने माँ बाप हेतु शादी तक करवाने का सपना खुद पददलित किये हैं !
सोहनी सिटी की बेटियों को किसी परिचय की जरूरत नहीं है ! हर क्षेत्र में इनके नाम के परचम फहरा रहे हैं ! शिक्षा में इन बेटियों ने जो जो इतहास रचे वो कल्पना से भी परे रहे ! इस मर्तबा दसवीं का परीक्षाफल बेटियों के लिए बड़े उल्लास उत्साह के साथ मुबारिक हुआ ! ओवरआल 9 8 . 1 प्रतिशत परीक्षा परिणामों में बेटियों का परिणाम 98.77 % रहा ! बेटों का प्रतिशत सिर्फ 9 7 . 6 8 ही रहा ! कुल 241440 परीक्षार्थियों में से 147797 बेटो मे से 144369 बेटे ही जीत का जश्न मना पाए ! जबकि बात करें बेटियों की तो 92409 बेटियों में से 91276 बेटियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की !
हाँ ! बेटों ने अपने आपको प्राइवेट स्कूलों में खूब प्रूव किया और बेटियों को खूब मात दी ! सरकारी स्कूलों में बेटों का 94.4 और बेटियां 9 5 . 8 5 % पास लेबल रिकॉर्ड किया गया ! प्राइवेट स्कूलों में बेटों ने 9 8 . 1 9 और बेटियों ने 97. 73 प्रतिशत स्तर कायम किये ! इक बारगी देखा जाये तो बेटियाँ अब्बल ही रहीं ! हाँ बेटों की मेहनत भी खूब चमकी जो किसी से छिपी ही नहीं रही !