चंडीगढ़/पानीपत :26 मार्च:- राजेश पठानिया अनिल शारदा करण शर्मा प्रस्तुति:— और देशों के जहां कानून लोगों के लिए है कड़वा सच यह है कि भारत में लोग कानून के लिए हैं जब चाहे जैसा चाहे अपने मुताबिक कानून को तोड़ मरोड़ कर अपने मनमाफिक अंजाम देने से गुरेज नहीं करते हैं दूसरा भारत में कानून शुरू से ही ऐसा क्यों के सहारे चलता है पीढ़ी दर पीढ़ी चलता है भुक्तभोगी प्रभावित पीड़ित परिवार पीढ़ी दर पीढ़ी पेशियां भुगतने के बाद कब इस जहां को अलविदा कह देता है। कानून में दफन उसका न्याय उस तक पहुंचने से पहले ही खुद दम तोड़ देता है। इसी लचर कानून का सहारा लेकर पानीपत की रहने वाली रेनू राणा ने ब्लैक मेलिंग और दूसरों की जिंदगी को नर्क बनाने के गैर कानूनी, अनैतिक हथकंडे यहां तक पसार दिए कि हरियाणा प्रदेश का जाना पहचाना वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरनी उसके चुंगल में फंसते-फंसते बच गया। और अगर वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरनी की जगह कोई आम आदमी होता। तो आज की तारीख में उल्टा वही कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहा होता। और जेल में चक्की पीस रहा होता।। सोशल मीडिया फेसबुक तथा अन्य प्लेटफार्म पर आकर विभिन्न लोगों को बदनाम करने व ब्लैकमेल करने की आरोपी पानीपत की एक महिला रेनू राना को शामिले तफ्तीश करने के लिए पंचकूला साइबर क्राइम सैल की टीम में आज पानीपत महिला थाने में पहुंची। पानीपत महिला थाने में पंचकूला साइबर क्राइम की टीम आरोपी रेनू राना के अनुरोध पर पहुंची थी। पुलिस थाना ने सुबह 11:00 बजे का समय पुलिस ने रेणु को दे रखा था। रेनू राना ने अपना फोन किसी दूसरे को दे रखा था जब जांच अधिकारी ने राणा के फोन पर संपर्क का प्रयास किया तो उन्हें बताया गया कि वह अस्वस्थ है,नहीं आएगी।
कौन है रेणू राणा,,,,,,,
रेनू राना खुद को पानीपत की एक समाजसेवी बताती है। जबकि अतीत में खुद को आम आदमी पार्टी से संबंधित बताती रही है।आजकल यह खुद को इनेलो से संबंधित बता कर प्रचार कर रही है। रेनू राना तथा इसके परिवार के खिलाफ दहेज का एक मुकदमा देहरादून में इसकी भाभी शिवानी ने भी दर्ज करवा रखा है।
पंचकूला साइबर क्राइम सेल की जांच में रेणु राणा सहयोग नहीं किया। तथा आज भी बहाना लगाते हुए आज भी नदारद रही। पंचकूला साइबर क्राइम सेल की विशेष टीम रेणु राण को जल्दी ही पुनः जांच में शामिल करवाएगी।रेनू राणा के खिलाफ पंचकूला के सेक्टर 14 के अंदर आईटी एक्ट तथा ब्लैक मेलिंग का एक मुकदमा 8 फरवरी को दर्ज हुआ था।
रेनू राणा 2 दिन पहले इस मामले में पंचकूला पुलिस के पास इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने के लिए गई थी ।मगर उस दिन तबीयत खराब होने का बहाना लगाकर पुलिस को बिना सहयोग की है लौट आई। आज शनिवार को भी पानीपत महिला थाने के अंदर पंचकूला साइबर क्राइम की टीम रेनू राना अनुरोध पर उसे जांच में शामिल करवाने के लिए पहुंची थी मगर जरूर आना काफी समय तक नहीं आई।
वरिष्ठ पत्रकार की शिकायत पर मामला दर्ज,,,,,,,,,,,,,,रेनू राणा के खिलाफ पंचकूला सेक्टर 14 के पुलिस स्टेशन में एक मुकदमा वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरणी की शिकायत पर आईटी एक्ट की धारा 67 384 500 आईपीसी में दर्ज है। पुलिस इस मामले में जनता छानबीन कर रही है। मुकदमे के अंदर वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरनी ने पुलिस को बताया है कि रेनू राना सोशल मीडिया विशेषकर फेसबुक पर आकर अनाप-शनाप दुष्प्रचार उनके खिलाफ कर रही है। तथा ऐसा ना करने की एवज में उसने उनसे 2 लाख रुपये ब्लैक मेलिंग करते हुए मांग की थी। चंद्रशेखर धरणी रेनू को यह राशि देने से स्पष्ट मना कर दिया था। 24 नवंबर 2020 से लगातार रेनू राना फेसबुक तथा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आकर चंद्रशेखर धरनी को जहां बदनाम करने की कोशिश कर रही है। वहीं, रेनू राणा ने हरियाणा के वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरने की सामाजिक परिवारिक छवि खराब करने का षड्यंत्र भी किया है।
हद तो तब हो गई जब एक आम कथित महिला नागरिक खुद को समाज सेविका तो कभी आम आदमी पार्टी की कार्यकर्ता तो कभी इनेलो की सक्रिय कार्यकर्ता बता रही है। लोगों को अनैतिक गैरकानूनी ढंग से अपने ब्लैक मेलिंग के मकड़जाल में फंसा रही है और पुलिस और कल उन के न्याय पालक यह सब विभिन्न माध्यमों से जान कर भी अंजान बने हुए हैं और इसका खामियाजा आम जनता शरीफ निक ईमानदार नागरिक भुगत रहे अपने आप में यह व्यवस्था अनियमितताएं कल उनके मुंह पर दाग हैं।।
समाचार पत्रों के माध्यम से आम आदमी पार्टी हरियाणा खासकर जिला पानीपत इकाई और जिला पानीपत की ही इग्नोर इकाई के पदाधिकारियों और कद्दावर नेताओं ने अपनी पार्टियों की छवि दागदार बनाने वाली रेनू राना के खिलाफ अभी तक कोई शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं करवाई है। और ना ही रेनू राणा से इस बाबत किसी प्रकार की कोई जवाब तलबी की गई है। सर्व विदित है कि रेनू राना की छवि इस वक्त संदिग्ध है दागदार है और अनैतिक गैरकानूनी कार्यों में उसकी सरगर्मियां समाज के लिए मानवता के लिए धब्बा साबित हो रही हैं।