चंडीगढ़:-18 मार्च:- आरके विक्रम शर्मा/राजेश पठानिया/ करण शर्मा+अनिल शारदा:— भारत देश त्योहारों पर्व व व्रतों आदि का देश है। नाना प्रकार के धर्मों के लोग यहां नाना प्रकार के अपने रीति-रिवाजों से अपने त्यौहार पर्व मनाते हैं। उत्तरी भारत में होली व होलिका दहन और पंजाब में सिखों का होला मोहल्ला खूब उत्साह से मनाया जाता है। होली से 1 दिन पहले होलिका दहन होता है। कुछ लोग व्रत भी रखते हैं। और अगले दिन रंगो गुलालों का त्योहार होली भाईचारे का प्रतीक मानते समझते हुए मनाया जाता है। आनंदपुर साहब में होला मोहल्ला निहंगों का विशेष रुप से धर्म सांस्कृतिक आयोजन होता है। जिसे देखने के लिए ठीक वैसे ही दूर दूर से लोग आते हैं। जैसे मथुरा वृंदावन भगवान श्री कृष्ण महाराज जी की नगरी में लोग होली का उमंग भरा पर्व देखने और मनाने आते हैं।
भरा हो मन आनंद उमंग से
तो हरदम होली है,
मन भरा हो अपनत्व, प्यार से
तो हरदम होली है,
भरा हो मन बड़ों के प्रति
आदर से तो हरदम होली है,
हो परिवार में सहयोग ,
सरसता तो हरदम होली है,
मन में हो आगे बढ़ने का
दृढ़ संकल्प तो हरदम होली है,
बच्चे मानें मात-पिता की
आज्ञा तो हरदम होली है,
रहे अपने आसपास स्वच्छता
का संकल्प तो हरदम होली है