चंडीगढ़/गया : मार्च 06 :-राजेश पठानिया+अनिल शारदा:– जब मति भ्रष्ट होती है तो आत्मा सन्मार्ग के लिए त्रस्त होती है।। एक और जहां भारतीय जनता पार्टी सूची राष्ट्र को हिंदुत्व का घर में महेश चोला पहनाने का प्रयास कर रही है। वहीं कुछ मति भ्रष्ट हिंदू लोग अपने ही धर्म की बखूबी हानि और किरकिरी करने में मशगूल हैं। सोशल मीडिया पर वायरल एक समाचार के मुताबिक डेल्हा थाना एरिया में छोटकी डेल्ह मंदिर है। इस मंदिर में एक कार्यक्रम का आयोजन इसी महीने के पहले सप्ताह में अति पवित्र धर्म पर्व के मौके पर इस मंदिर के प्रांगण में एक अश्लील डांस चर्चा का विषय बना हुआ है। इस कार्यक्रम में बार बालाओं को बखूबी नचाया गया। अश्लील नृत्यों की भरमार में खुद मंदिर के सेक्रेटरी ने दिल खोलकर खुलेआम मजा लिया। और मंच पर नाच रही महिला कलाकारों के साथ अश्लीलताओं की हदों को पार किया। शर्मनाक तो यह है कि यह सारा कार्यक्रम देखने के लिए वहां महिलाओं और बच्चों के हुजूम भी बेशुमार तादाद में उपस्थित थे। फ़ूहड़ता भरे इस अश्लील कार्यक्रम की जब पुलिस के आला अधिकारियों को जानकारी दी गई। तो पुलिस की हरकत के चलते मंदिर के सचिव को पद मुक्त कर दिया गया है। खबर लिखे जाने तक सचिव को हिरासत में लिया गया है या नहीं। इस खबर की जानकारी भी नहीं है। इलाके भर में और सोशल मीडिया पर वायरल होने के कारण मंदिर और क्षेत्रीय पुलिस सहित प्रशासन भी लोगों के तीखे तेवरों की नोक पर आ चुके हैं। स्थानीय लोग उक्त सचिव की और मंदिर के अन्य पदाधिकारियों की घोर निंदा कर रहे हैं। जिनकी मौजूदगी में बार बालाओं को मंदिर के समागम में नचाया गया। और उनके साथ अश्लीलता की हदों को पार किया गया। और अगर यह सचिव किसी बड़े आका की धौंस पर यह सब निंदनीय कर्म कर रहा है। तो सब को सजा होनी चाहिए। बार बालाओं को नचा कर और समाज में फूहड़ अश्लीलता का प्रदर्शन करके करोड़ों करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को पद दलित किया है।