डेंगू जैसे जानलेवा रोग की चिकित्सा मात्र आयुष विज्ञान में है संभव :— डॉक्टर कैलाश शर्मा पाटोदा

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चंडीगढ़/जयपुर:– 25 दिसंबर:– आर के विक्रम शर्मा+ एडवोकेट विनीता शर्मा प्रस्तुति:—--*डाँ.कैलाश शर्मा पाटोदा, सहायक निदेशक, आयुर्वेद विभाग सीकर, राजस्थान अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से भौतिक समाज की अतुलनीय स्वास्थ्य सेवा कर रहे हैं!! और समय-समय पर शारीरिक रोगों से बचने के तमाम उपाय आयुष विज्ञान के उपाय जन जन तक प्रेषित करते हैं।। इस बार डॉ कैलाश शर्मा पाटोदा लोगों के लिए डेंगू जैसी असाध्य बीमारी के लक्षण और उससे बचाव के एकमात्र आयुष उपाय बता रहे हैं।। लाभ पात्र समस्त समाज डॉ कैलाश शर्मा पाटोदा के स्वस्थ दीर्घायु जीवन की मंगल कामनाएं करता है।।।।

 

☘️ *_डेंगू : कही बन ना जाए जानलेवा, अपनाए ये सावधानियां और उपाय_*

आजकल डेंगू का बुखार बहुत ज्यादा फैला हुआ है जिसके कारण हस्पतालों में भारी भीड़ है और अफसोस के साथ लिखना पड़ रहा है कि जानें भी जा रही हैं। अखबारों में पढ़कर बहुत दुख होता है कि कई मामलों में घर के चिराग बुझ गए।

आमतौर पर डेंगू का बुखार जुलाई से नवंबर के मध्य ही ज्यादा होता है। डेंगू के बुखार को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है। यह एक तरह से फ्लू जैसी बीमारी है जो डेंगू के कारण होती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर वर्ष लगभग डेंगू के कारण 5 लाख से अधिक लोग हस्पताल में भर्ती होते हैं। डेंगू का मच्छर आमतौर पर सुबह और शाम के वक्त ही काटता है।

*डेंगू के लक्षण*:—-

आमतौर पर डेंगू में बुखार 104 डिग्री होता है। सिर दर्द, हड्डियों और जोड़ में दर्द, जी मचलना, उल्टी होना , आंखों के पीछे दर्द और शरीर पर लाल चकते होना इसकी मुख्य पहचान है।

*डेंगू की दवाई*:——

आज तक डेंगू की कोई स्पेशल दवाई या गोली नहीं बनी है।

डेंगू का बुखार आमतौर पर एक सप्ताह तक रहता है। बुखार उतारने के लिए आयुर्वेदिक ओषधि महासुदर्शन घनवटी की दो– दो गोली सुबह और शाम चबा कर ले।

*विशेष चिकित्सा :—*

1 विषयज्वरांतकपुटपक्व लौह – 125 mg

गोदन्ती भस्म 500 mg

गिलोय सत्व 250 mg

सर्वज्वरहर लौह 250 mg

शिर:शूलादिवज्र रस 250 mg

प्रवालपिष्टी 250 mg

अविपतिकर चूर्ण 1 ग्राम

उपरोक्त सभी दवाईयों को मिश्रित करके अच्छी तरह खरल करले यह वयस्क व्यक्ति के लिए एक समय की खुराक (डोज) है। और इस तरह की खुराक दिन में तीन बार शहद या पानी अथवा अदरक रस मे ले सकते हैं।

2 Tab Fifatrol,,,,,,,,,,

1.एक एक पानी के साथ ।।

 

3 Tab महासुदर्शन घन वट्टी ।।

2. दो गोली दूध के साथ लेनी है।

4. Tab — C- PILL

या अन्य वह गोली जो पपीता से बनी आजकल बहुत तरह की फार्मेसियां अलग अलग नाम से निर्माण करते हैं इसका उपयोग प्लेटलेट्स बढाने के लिए करना चाहिए और 2 — 2 गोली दिन में कमसे कम तीनबार अवश्य लेवे।

*नोट:— कोई भी दवाई अपने नजदीकी आयुर्वेदिक डाक्टर की सलाह से लेवे। सीधे प्रयोग नहीं करे।

डेंगू का मच्छर 3 फीट से ऊंचा नहीं उड़ सकता इसलिए यह घुटनों से नीचे ही काटता है। अतः सबको सलाह है कि हर समय जूते पहनकर रखें।

तथा पैरों हाथों पर तैल लगाकर रखें।

*डेंगू में सबसे ज्यादा परेशानी*:——-

डेंगू का बुखार होने पर सबसे बडी समस्या प्लेटलेट्स का कम होना है। आमतौर पर देखा गया है कि प्लेटलेट्स ज्यादा कम होने पर ब्लीडिंग होने के कारण मरीज की मृत्यु हो जाती है।

इसलिए सलाह दी जाती है कि बुखार होने पर टेस्ट जरूर करवाएं कहीं डेंगू वाला बुखार तो नहीं है और प्लेटलेट्स की भी जांच जरूर करवाएं।

डेंगू के मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड ही लेना चाहिए।

*प्लेटलेट गिरने पर उपाय*:—

अगर प्लेटलेट कम है तो इनको बढ़ाने के लिए नारियल पानी, पपीते की कोंपल के पत्तों का जूस दो चम्मच , गिलोय के डंठल का जूस 2 चम्मच , तुलसी पत्र का रस एक से आधा चम्मच, गेहूं के जवाहरै का रस 4 से 5 चम्मच और 50 ग्राम अनार दाने का रस लेकर सभी को मिलाकर दिन में तीन-चार बार लेवे यह मात्रा वयस्क व्यक्ति की है उम्र के अनुसार कम की जा सकती है।

कीवी फ्रूट, पपीते का जूस और पपीते की गोली लगातार लेते रहे।

हर रोज दो कीवी फ्रूट जरूर खाएं।

दिन में दो तीन बार नारियल पानी जरूर लें।

हर 30 से 40 मिनट में कोई ना कोई जूस जरूर लें।

पपीते के पत्तों की गोली दिन में तीन बार जरूर ले।

जंगलो व खेतों मे चरने वाली बकरी का दूध ईच्छा अनुसार ले सकते हैं।

दो गिलास पानी में 1 फीट गिलोय की डंडी को कुटकर हल्की आंच में उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो ठंडा करके दिन में 4 बार उसको पिएं।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि अपनी सोच को सकारात्मक रखें और यह सारी विधि करने से प्लेटलेट जल्दी ही बढ़ जाएंगी।

अपने प्लेटलेटस को हर रोज चेक करवाएंll एक बार प्लेटलेटस बढ़नी शुरू हो गई तो फिर एकदम से बढ़ जाती है।

विशेष नोट: ——

1–डेंगू के बुखार में प्लेटलेट गिरने के कारण खून पतला हो जाता है अतः ऐसी कोई गोली ना लें जिससे खून और पतला हो जाए और अगर शरीर पर कहीं भी खुजली हो रही हो तो खुजली बिल्कुल ना करें क्योंकि खुजली करते ही खून निकलना शुरू हो जाएगा और फिर वह बिल्कुल नहीं रुकेगा।

2– डेंगू के बुखार में हैवी डाइट ना लें सिर्फ लिक्विड ही ज्यादा लें।

3– खास परहेज *फ्रिज की ठंडी कोई भी चीज ना खायैं।

छाछ दही का सेवन नहीं करे।

नींबू का सेवन अवश्य करना चाहिए।

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