चंडीगढ़:- 26 दिसंबर आरके विक्रमा शर्मा करण शर्मा अनिल शारदा प्रस्तुति:— वर्ष 2021 के अंतिम रविवार को गायत्री मानस चेतना केंद्र सारंगपुर चंडीगढ़ में आज निरंतर साप्ताहिक गायत्री महायज्ञ श्रृखला के दो साल पूरे कर लिए हैं। जो जनवरी 2020 से गायत्री परिवार ट्रस्ट चंडीगढ़ द्वारा प्रारंभ की गई थी।
इसके अलावा आज पंजाब यूनिवर्सिटी सेक्टर 25 चंडीगढ़ में एक 9 कुण्डी गायत्री महायज्ञ भी किया गया। जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु याजकों ने भाग लिया। इस यज्ञ की व्यवस्था का कार्यभार पंजाब यूनिवर्सिटी के गुरचरण सिंह और चंडीगढ़ गायत्री परिवार के ट्रस्टी सिताब सिंह ने संभाला। गायत्री महायज्ञ की प्रक्रिया को अस्वस्थ होते हुए भी चंडीगढ़ गायत्री समन्वय समिति के मुख्य समन्वयक प्रकाश चंद शर्मा जी ने अपने सहयोगी गायत्री परिवार ट्रस्ट चंडीगढ़ के मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी उमा शंकर शर्मा और मुख्य कोषाध्यक्ष मंगत राम शर्मा की सहभागिता और सहायता से संपन्न कराया।
श्री उमा शंकर शर्मा ने बताया कि नव वर्ष 2022 में 24 से 27 मार्च तक गांव सारंगपुर चंडीगढ़ में एक भव्य 51 कुण्डी महायज्ञ का आयोजन प्रायोजित है। जिसकी सहमति शांतिकुंज हरिद्वार से मिल चुकी है। इसी उपलक्ष्य में प्रचार प्रसार हेतु 5 कुण्डी अथवा 9 कुण्डी यज्ञों की श्रृखला चलाई गई है। और साथ ही साथ दीप यज्ञों की श्रृंखला भी चल रही है। क्रमानुसार कड़ी का अगला 5 कुण्डी यज्ञ गायत्री मानस चेतना केंद्र सारंगपुर चंडीगढ़ में नव वर्ष के दूसरे दिन यानी 02 जनवरी 2022 को किया जायेगा। इसी क्रम में प्रति सप्ताह यज्ञों की श्रृखला निरंतर मार्च 2022 तक चलती रहेगी।
यह जानकारी देते हुए गायत्री मानस चेतना केंद्र सारंगपुर चंडीगढ़ के व्यवस्थापक यश पाल तिवारी ने बताया कि इस महायज्ञ की साप्ताहिक श्रृखला में अधिक से अधिक लोग उत्साहपूर्वक जुड़ रहे हैं। यज्ञ पद्धति से ही भयावह और भयंकर महामारी से बचा जा सकता है। लोक कल्याण और जीवों के निरोगी और स्वस्थ दीर्घायु के लिए गायत्री महायज्ञ उपयुक्त उपाय है। आज पूरे देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी यज्ञ पद्धति को अपनाया जा रहा है। गायत्री परिवार ट्रस्ट, मानस चेतना केंद्र सारंगपुर चंडीगढ़ की ओर से सब देश वासियों से अनुरोध किया गया कि वे सरकार द्वारा चलाए गए टीकाकरण अभियान में सहयोग देकर लाभ उठाएं। और अन्य नियमों जैसे कि उचित दूरी और मास्क लगाने का पालन नियमितता से करें।