दिल्ली टीचर्स का विशाल रोष प्रदर्शन धरना बीजेपी के ऑफिस के बाहर जारी

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चंडीगढ़ /नई दिल्ली:- 8 दिसंबर:-आरके विक्रमा शर्मा/ सुमन  बैदवान +अनिल शारदा:— चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव की प्रक्रिया जोरों पर है! चंडीगढ़ में चुनाव नगर निगम के लिए मतदान का दिन 24 दिसंबर और परिणामों की घोषणा स्थाई दिसंबर को इसी साल होगी।

चंडीगढ़ के चुनावों को मध्य नजर रखते हुए पंजाब में भी अगले बरस विधानसभा चुनाव होने बिल्कुल तय हैं। और यह बर्ष की पहली तिमाही में ही संभव हो सकते हैं।ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हर वर्ग को खुश करने के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। बेरोजगारों को रोजगार देने और आउटसोर्सिंग वालों को पक्का करने का वादा भी जगह-जगह कर चुके हैं। हरियाणा में मुलाजिमों के प्रति सरकार का नरम रवैया नई भर्ती और रेगुलर करने की प्रक्रिया की घोषणा हो चुकी है।

पर दिल्ली में जहां भारतीय जनता पार्टी का झंडा बुलंद है। और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी आम आदमी पार्टी का आगाज़ बुलंद करते हुए जन हितेषी घोषणाओं की भरमार कर रहे हैं। लेकिन हैरत की बात है कि वहां पर अध्यापकों को कई कई महीनों से वेतन नहीं मिल रहा है।। यह रेगुलर टीचर्स का हाल है। तो आउटसोर्सिंग दिहाड़ी दार टीचरों का क्या हाल होगा?  केजरीवाल पंजाब में बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। लेकिन दिल्ली में किसी भी तरह की टीचरों के हक की बात नहीं कही जा रही है। भारतीय जनता पार्टी भी इस ओर से बेपरवाही का आलम अपनाए हुए हैं। जबकि पंजाब में भारतीय जनता पार्टी बड़ी-बड़ी घोषणाएं करने से गुरेज नहीं बरत रही है। दिल्ली में आज भी रेगुलर टीचर्स ने अपनी तनख्वाह को जारी किए जाने की गुहार लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के रीजनल ऑफिस के बाहर भारी रोष प्रदर्शन करते हुए धरना दिया हुआ है। सैकड़ों टीचर्स महिला पुरुष इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं। सरकारों की मुर्दाबाद हो रही है। लेकिन नींद ना केजरीवाल की और ना ही मोदी सरकार की खुल रही है।

 नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के ऑफिस के बाहर आज रेगुलर अध्यापक समाज ने भारी धरना रोष प्रदर्शन जारी रखते हुए अपने वेतन जल्दी रिलीज करने की पुरजोर मांग की है। अगर दिल्ली में सरकारें अभी भी कुंभकर्णी नींद छोड़कर बेपरवाह के आलम से बाहर नहीं आती हैं। तो टीचर्स यूनियन अगले चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस आई सहित भारतीय जनता पार्टी को अपने नुकसान की भरपाई की ऐवज में क्या कदम उठाएंगे, यह सारी परिस्थितियां उसकी जिम्मेवार होंगी।

 

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