महिलाओं को रात में पसीना आने की समस्या क्यों:- डॉ कैलाश शर्मा पाटोदा

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चंडीगढ़: 02 दिसंबर : आरके शर्मा विक्रमा करण शर्मा अनिल शारदा प्रस्तुति:—-महिलाओं को रात में पसीना आने की समस्या क्यों होती है, इसके क्या कारण और इसका कुदरती उपचार..!*

● अगर आप रात के पसीने से परेशान हैं तो पहला एवं सबसे महत्वपूर्ण कदम इसके कारण का पता लगाना है ।

● एक बार जब आप इसके कारण का पता लगाकर इसका निदान करते हैं तो आपको इस समस्या से त्वरित राहत प्राप्त होती है।

 

● इससे पहले कि हम महिलाओं में रात के पसीने के सामान्य कारणों की चर्चा करें, आइए शरीर से पसीना निकलने के कारणों पर एक गहरी नज़र डालें, क्योंकि इससे आपको समस्या को समझने में आसानी होगी एवं आप कारणों के मूल जड़ तक पहुँच पाएंगे।

 

*आपको रात में पसीना क्यों आता है.?*

● रात में सोते हुए अत्याधिक पसीना आना किसी और छिपी हुई समस्या का लक्षण है।

● पसीना शरीर की वह प्राकृतिक प्रणाली है जो शरीर का ताप अत्याधिक हो जाने की स्थिति में इसे ठंडा करती है।

● अतः अगर आपको रात के समय काफी पसीना आ रहा है तो इसका अर्थ है कि आपके शरीर का ताप सोते हुए काफी मात्रा में बढ़ रहा है।

 

● मस्तिष्क का हाइपोथेलमस शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है एवं शरीर के अधिक गर्म होने की स्थिति में शरीर के अंगों एवं प्रणालियों का कार्य सुचारू रूप से चलाना सुनिश्चित करता है। यह शरीर की 2 मिलियन पसीना ग्रंथियों को हरकत में लाकर पसीने की निकासी करवाता है।

●वाष्पीकरण के बाद पसीना अपने साथ शरीर का ताप भी ले जाता है जिससे आप ठन्डे महसूस करते हैं।

 

● अगर आपको भी रात में पसीना आने की शिकायत है तो इसका मुख्य कारण रात में सोते समय आपके शरीर का अतिरिक्त रूप से गर्म हो जाना है।

●इस समय आपकी शारीरिक गतिविधि कुछ भी नहीं होती एवं मेटाबोलिज्म (Metabolism) की दर काफी कम होती है, अतः आपको इस समय शरीर के अतिरिक्त रूप से गर्म होने के कारणों का पता लगाने का प्रयास करना चाहिए।

 

*कारण, जिनकी वजह से रात में शरीर गर्म हो जाता है एवं पसीने की समस्या उत्पन्न होती है।*

 

*महिलाओं में रात में पसीना आने के कारण*

 

*हार्मोनल इमबैलेंस या असमानता*

● शरीर के विभिन्न हॉर्मोन्स के संतुलन में निरंतरता का अभाव महिलाओं में रात में पसीना आने का सबसे प्रमुख कारण होता है।

● शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने के लिए एस्ट्रोजन (Estrogen) एवं प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) के स्तर का संतुलित रहना काफी आवश्यक है।

● इन हॉर्मोन्स के स्तर में बदलाव होने से शरीर के तापमान में आसानी से बढ़ोत्तरी देखी जाती है एवं रात में पसीना आने की संभावना बढती है।

 

● रजोनिवृत्ति, युवावस्था एवं गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में रात को अतिरिक्त पसीना आने की समस्या काफी सामान्य है, क्योंकि ऐसे समय में महिलाओं के शरीर के हॉर्मोन का स्तर काफी नाटकीय रूप से बदल सकता है।

● कई महिलाएं मासिक धर्म के दौरान हॉर्मोन के बदलते स्तर की वजह से भी रात में पसीने का अनुभव करती हैं, पर उस स्थिति में यह समस्या मासिक धर्म के पहले 1-2 दिनों में ही सुलझ जाती है।

 

● थाइरोइड (Thyroid) ग्रंथि की समस्या से भी शरीर के हार्मोनल स्तर में काफी गंभीर बदलाव देखा जाता है।

● अतः महिलाओं में रात को पसीना आने की वजह उपरोक्त हार्मोनल समस्याओं के अलावा थाइरोइड ग्रंथि की समस्या भी हो सकती है।

 

*Infections संक्रमण*

●कई तरह के संक्रमण रात को शरीर के तापमान में काफी वृद्धि करते हैं एवं रात के पसीने की समस्या शुरू करवाते हैं।

● ट्यूबरक्लोसिस (Tuberculosis) इन सामान्य संक्रमणों में से एक है जो रात के पसीने से जुड़ा हुआ है। फेफड़ों या श्वसन प्रणाली के संक्रमण, हैजे या एचआइवी (HIV) भी रात में सोते समय शरीर के तापमान में काफी वृद्धि करते हैं एवं अतिरिक्त पसीने का उत्पादन करते हैं।

 

*बेचैनी की समस्या एवं मोटापा*

● अगर आप बेचैनी की समस्या या मोटापे या दोनों के शिकार हैं तो यह रात में अतिरिक्त पसीना निकलने की समस्या का कारण हो सकता है।

● बेचैनी की समस्या महिलाओं में काफी सामान्य होती जा रही है एवं इसकी वजह से रात में आ रहे पसीने में काफी वृद्धि होती है।

● दूसरी तरफ मोटापा, जो बेचैनी की समस्या से जुड़ा है, भी रात के पसीने के लिए ज़िम्मेदार होता है।

 

*कुछ अन्य समस्याएं..*

● रात में आने वाले सामान्य पसीने के पीछे कुछ स्वास्थ्य समस्या भी छिपी होती है।

● ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (Obstructive sleep apnea), गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (gastroesophageal reflux disease), ह्रदय की समस्या, कैंसर (cancer) या रक्तचाप का न्यूनतम स्तर भी रात में आने वाले पसीने के कारण होते हैं।

● हालांकि ये समस्याएं आमतौर पर रात के पसीने के अलावा अन्य लक्षणों की भी कारक होती हैं।

अतः अगर आपको सिर्फ रात के पसीने की समस्या है एवं अन्य कोई भी समस्या नहीं है तो इसकी काफी संभावना है कि ऐसा होने का मुख्य कारण हार्मोनल असमानता या संक्रमण हो सकता है।

 

*दवाइयों के साइड इफेक्ट्स…*

● आप कई दवाइयों के साइड इफेक्ट्स के रूप में भी रात के पसीने की समस्या महसूस कर सकते हैं।

● अतः अगर आपको हाल में ही रात के पसीने की समस्या होनी शुरू हुई है एवं आप कुछ दवाइयों का भी सेवन कर रही हैं तो यह काफी आवश्यक है कि आप रात के पसीने के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह करें एवं सुनिश्चित करें कि क्या आपको दवाइयों या खुराक में बदलाव की आवश्यकता है।

 

*महिलाओं में रात के पसीने का उपचार..*

● उपचार का पहला कदम रात के पसीने के मुख्य कारण का पता लगाना एवं उस कारण का उपचार करना है।

● हालांकि अगर रात को सोते समय अतिरिक्त पसीना निकलने के कोई मुख्य कारण पता ना चलें तो उपचार के अंतर्गत बचाव उपाय एवं प्रबंधन के विभिन्न तरीकों का प्रयोग प्रस्तावित है।

 

● सामान्य रूप से स्वस्थ महिलाओं में पसीना आने के लिए महिला हॉर्मोन के स्तर ज़िम्मेदार होते हैं।

● अतः यदि आपको यह समस्या है तो आप नीचे दिए गए घरेलू नुस्खे आजमा सकती हैं जो आपके शरीर के हार्मोनल स्तर को संतुलित करते हैं एवं रात के पसीने की समस्या का निदान भी करेंगे।

 

*घरेलू उपचार*

(Black Cohosh tincture to control night sweat)

रात के पसीने को रोकने के लिए काला कोहोश

● काला कोहोश औषधीय तत्वों से युक्त एक जड़ीबूटी है।

● काले कोहोश की मात्रा को दिन में 2 से 3 बार एक गिलास पानी या अन्य किसी रस के साथ लेने से रात के पसीने की समस्या में गिरावट होती है क्योंकि यह रक्त में लुटेनाइजिंग (Luteinizing) हॉर्मोन के स्तर को कम करता है एवं शरीर के ताप को कम करने में सहायता करता है।

 

*रात के पसीने के लिए सेज (sage) की चाय*

● सेज एक और जड़ीबूटी है जो रात के पसीने की समस्या को नियंत्रित करती है।

● सेज की चाय को तैयार करने के लिए पानी में सूखे सेज की पत्तियों को उबालें।

● इस चाय से फायदा प्राप्त करने के लिए आपके लिए कम से कम इस चाय के 3 से 4 कप का सेवन करना आवश्यक है।

 

( *Flaxseed oil can reduce night sweating*)

*रात के पसीने को कम करने के लिए अलसी या पटसन का तेल*

● अगर आप हार्मोनल असमानता की वजह से रात के पसीने के शिकार हैं तो रोजाना 1 से 2 चम्मच पटसन के बीज का तेल लेना काफी फायदेमंद हो सकता है।

◆ पटसन के बीज के तेल में काफी अधिक मात्रा में लिग्नन (Lignans) होते हैं जो शरीर में एस्ट्रोजन (Estrogen) की संतुलित मात्रा बनाए रखने में मदद करते हैं एवं पसीने से राहत दिलाते हैं।

 

*रात के पसीने से राहत के लिए एलोवेरा*

● बिना किसी सीधे कारण के रात के पसीने की समस्या का सामना करने वाली महिलाओं को रोजाना एलोवेरा लेने से राहत प्राप्त हो सकती है।

● शोधों से पता चला है कि विटामिन-इ (Vitamin E) महिलाओं में रात के पसीने की समस्या को दूर करने में सहायक सिद्ध होता है एवं एलो वेरा विटामिन-इ का प्राकृतिक स्त्रोत है।

एलोवेरा शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है जिसके फलस्वरूप महिलाओं को रात के पसीने की समस्या से राहत मिलती है।

 

*रात के पसीने को कम करने के लिए सोया उत्पाद*

महिलाओं में रात के पसीने की समस्या को कम करने के लिए कई तरह के सोया उत्पाद काफी फायदेमंद होते हैं, क्योंकि ये उत्पाद फाइटोएस्ट्रोजन (Phytoestrogen) के उच्च स्तर से भरपूर होते हैं जो शरीर के हार्मोनल स्तर को संतुलित करने में मदद करते हैं।

● अतः अगर आप भी महिला हार्मोनल असमानता की वजह से रात में पसीना आने से परेशान हैं तो सोयाबीन, टोफू, सोया दूध जैसे सोया उत्पादों को अपने नियमित खानपान में शामिल करना काफी फायदेमंद साबित होता है।

 

( *Liquorice tea for night sweat relief*)

*रात को पसीना आने की समस्या के लिए मुलैठी की चाय*

● मुलैठी की जड़ अपने औषधीय तत्वों के लिए जानी जाती है एवं कई लोक संस्कृतियों में इनका प्रयोग महिलाओं के रात के पसीने जैसी समस्याओं को ठीक करने में प्रयोग किया जता रहा है।

● सूखी मुलैठी की जड़ के 2 से 3 इंच को 1 कप गर्म पानी में 10 मिनट के लिए डुबोकर रखें एवं इसके बाद जड़ को हटाकर यह चाय पियें।अच्छे परिणामों के लिए दिन में 2 से 3 बार इस चाय का सेवन करें।

 

( *Get the right sleeping environment*)

*सोने का सही वातावरण*

● रात में पसीना आने की समस्या से बचाव के लिए सुनिश्चित करें कि आप अच्छे वातावरण में नींद ले रही हों।

● वातानुकूलित कमरे में सोयें या कम से कम पंखे के नीचे सोने का प्रयास करें।

● सोने के समय नॉन सिंथेटिक (Non synthetic) एवं ढीले ढाले कपड़े पहनें।

● अपने शरीर को किसी भारी चादर से ना ढकें।

● अपने सोने की आदतों में ये छोटे बदलाव करने मात्र से ही आप रात में अतिरिक्त पसीना आने की समस्या से निजात प्राप्त कर सकती हैं।

 

*सही खानपान लें*

● आपका खानपान आपके शरीर के तापमान के लिए ज़िम्मेदार होता है, इसीलिए आपके खानपान का आपके शरीर के सम्पूर्ण तापमान एवं पसीने पर प्रभाव पड़ता है।

● अगर आप नियमित तौर पर भारी रात के पसीने की शिकार हो रही हैं तो उच्च वसा एवं चीनी युक्त भोजन से परहेज करें।

● इसके अलावा शराब, मसालेदार भोजन, कैफीन (Caffeine) आदि से परहेज करें एवं सोने से पहले अपने खानपान पर नज़र रखें।

● रोजाना दिन के समय काफी पानी पियें क्योंकि इससे शरीर को ठंडा रखने में सहायता प्राप्त होगी।

 

*व्यायाम एवं योग से सहायता से प्राप्त करें*

● अगर रात को पसीना आने की समस्या मोटापे, बेचैनी या हार्मोनल असमानता से जुड़ी हुई है तो इन सभी स्थितियों में व्यायाम एवं योग इस समस्या को नियंत्रित करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

● व्यायाम एवं योग शरीर एवं मस्तिष्क का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करते हैं जिससे आप रात में शरीर के तापमान बढ़ने की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं।

 

*सोने से पहले विशेष स्नान करें*

● रात में शरीर के अधिक गर्म ना होने को सुनिश्चित करने के लिए सोने जाने से पूर्व विशेष स्नान लेना काफी आसान एवं प्रभावी तरीका है।

● विशेष स्न्नान अर्थात स्नान के पानी में निम्नलिखित में से कोई एक उत्पाद मिश्रित हो एवं आप इस पानी में सोने जाने से पूर्व 10 मिनट पहले कर सकती हैं।

 

*स्नान के पानी में मिश्रित करने योग्य सामग्री:*

आवश्यक तेल जैसे इवनिंग प्रिमरोज़ ऑइल (evening primrose oil),

युकेलिप्टस (eucalyptus) ऑइल,

पुदीने का तेल,

तुलसी एवं पुदीने की पत्तियाँ

स्नान का नमक,

समुद्री नमक, ।

उपरोक्त में से कोई भी सामग्री अपने स्नान करने के पानी में मिश्रित कर सकती हैं एवं यह सुनिश्चित कर सकती हैं कि सोने से पूर्व आपका शरीर ठंडा रहे।

 

अगर फिर भी आराम न मिले तो आप नजदीकी आयुर्वेद के डाक्टरों से सम्पर्क कर सकते हैं।

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