चंडीगढ़ ; 25 अगस्त ; आरके शर्मा विक्रमा /मोनिका शर्मा ;—-आज भगवान आदि गणेश जी का जन्म दिवस खूब आस्था श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ भू मंडल पर धर्म संस्कृतिभव रूप से मनाया जा रहा है ! भगवान गणेश जी के दुनिया भर में सबसे ज्यादा स्वरूप दर्शनीय हैं ! एक अनुमान अनुसार भगवान गजानन जी के लाखों प्रारूप देखे जा सकते हैं ! और 108 मनकों की माला जपने से दुर्लभ रोग भी क्षणों में दूर होते हैं ! शिवप्रिय सूत लम्बोदर जी बुध्दि व् विवेक सहित बल और सेवा संतोष रिद्धि सिद्दी प्रदान करते हैं ! आज पावन दिवस को ही भगवान श्री गणेश जी का जन्म माता गौरा जी के कर कमलों द्वारा अलौकिक प्रकृति योगमाया से हुआ था ! भगवान उमामहेश नंदन हर धर्म कर्म में सबसे पहले वंदनीय और पुज्य्नीय होते हैं ! असुर संहारक गणेश जी
की पुत्री माता संतोषी इंसान में संतोष वृति की अधिष्ठात्री हैं ! और भगवान जी का वाहन मुश्क है !
हिन्दुओं के देशभर में समस्त हिन्दू मंदिर आज अपनी सजावट की छटा बिखेर रहे हैं ! उक्त गणेश चतुर्थी से कई हफ्ते पहले से मंदिर सजा दिए गए हैं और प्रतिदिन भजन कीर्तन मंडलियां यशोगान करते हुए समाज में भक्ति रस का संचार कर रही हैं ! मंदिरों में भगवान गणेश जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में लोगों ने उपवास रखे और मिष्ठान के अनुपान के बाद व्रत भी खोले ! लोगों ने सपरिवार मंदिरों में जाकर बाबा गणेश के श्री चरणों में मत्थे टेके दुआएं मांगीं और सब की कुशलता की कामना भी की ! समाज के हर तबके के लोगों ने आस्थाभाव से एक जुट होकर बाबा गणेश चतुर्थी का भव्यता से आयोजन किये ! लोगों ने बाबा प्रतिमा के सम्मुख बैठ कर अपने घर परिवार देश व् समाज हेतु मंगल कामनाएं मांगीं !