भारत और नेपाल के संबंध पौराणिक और अटूट – राजा चौधरी

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चंडीगढ़/पटना:-20 अक्टूबर :- आरके शर्मा विक्रमा+ अनिल शारदा+ करण शर्मा प्रस्तुति:—एनडीए के वरिष्ठ नेता और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा अखिल भारतीय कलवार कल्याण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा चौधरी ने अपने उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मिथिलांचल एवं नेपाल का पांच दिवसीय तूफानी दौरा किया। माँ सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी के पावन धरती से शक्तिस्वरूपा माँ के आशीर्वाद के साथ शुरू की गई यह उच्चस्तरीय दौरा, नेपाल के जलेश्वर, जनकपुरधाम, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर होते हुए कल देर रात पटना वापस पहुँची। इस धार्मिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और सामाजिक उद्देश्य के साथ की गई दौरे के दौरान जनकपुरधाम के मुख्य महंत रोशन दास, नेपाल प्रदेश दो के गृह तथा संचार मंत्री भरत शाह, नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री राजेन्द्र महतो, जनकपुरधाम के मेयर लालकिशोर साह, सांसद दिल कुमारी शाह, सांसद चंदा चौधरी, मुजफ्फरपुर विधायक विजेंद्र चौधरी, असहाय संरक्षण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जानकी टेलीविजन के प्रमुख बैद्यनाथ प्रसाद साह और उनकी पत्नी रेणुका साह, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी, जनकपुरधाम के नगर अध्यक्ष रामचंद्र पंजियार, तेतरी माई मंदिर के मुख्य पुजारी गौरी शंकर प्रसाद, ब्याहुत सेवा समिति के महासचिव संजय साह, मिश्री लाल मधुकर, शुभम साह, सूर्य नारायण साह, प्रणय साह, हिमांशु साह, किशोर विंद गुरू, अनिल महासेठ, संजय चौधरी, प्रसिद्ध टीवी प्रस्तुतकर्ता पूजा जनकपुरवाली, सीतामढ़ी के विवेक प्रसाद, प्रकाश प्रसाद, संजीव कुमार चौधरी, संजीव कुमार, दीपक कुमार, रवि प्रसाद, सविता जायसवाल, जालेश्वर के पवन अग्रवाल, अविनाश साह एवं सीतामढ़ी की प्रखर राजद नेत्री सीमा गुप्ता इत्यादि ने चौधरी और उनकी प्रतिनिधिमंडल का हृदय से स्वागत किया और सम्मान समारोह रखा।

जानकी टेलीविजन पर राजा चौधरी के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने संवाददाताओं से इस दौरे के सभी उद्देश्यों के बारे में बताया और कहा कि भारत और नेपाल के संबंध पौराणिक और अटूट है। भारत और नेपाल भले ही दो राष्ट्र हो, परंतु दोनों देशों की संस्कृति, खान-पान, वेशभूषा और संस्कार मिलते जुलते हैं। रामायण काल से ही भारत और नेपाल के बीच बेटी रोटी का संबंध है। भारत सरकार रामायण सर्किट के अंतर्गत अयोध्या से जनकपुरधाम को जोड़ने के लिए एक आधुनिक सुविधाओं से युक्त सड़क का निर्माण कर रही है। बहुत ही जल्द यह बन कर तैयार हो जाएगा और रामायण काल से चली आ रही भारत-नेपाल की अटूट बंधन और मजबूत होगी। चौधरी ने यह भी कहा कि नेपाल में व्याही जाने वाली भारतीय बेटियां की अंगीकृत नागरिकता के प्रावधान पर पुनः विचार होना चाहिए। भारतीय बेटियों की नेपाल में शादी के सात साल बाद अंगीकृत नागरिकता के प्रावधान से दोनों देशों के रिश्तो के मिठास में कमी आ रही है। नेपाल सरकार यथाशीघ्र इस संविधान को संशोधित करें और भारत नेपाल के बीच चली आ रही अटूट बंधन को सदा कायम रखे। चौधरी ने इस तूफानी दौरे में शामिल सभी साथियों के साथ साथ दौरे में शामिल सातों शहरों के सभी प्रमुख साथियों को हृदय से धन्यवाद भी दिया है। पूरे दौरे के दौरान वैश्य / व्यावसायिक एकता के ऊपर गहन मंथन हुआ और इसी की चर्चा सर्वोपरि रही। इस अतिविशिष्ट दौरे का नतीजा जल्द ही सामने आएगा ऐसा दौरे में शामिल सभी प्रतिनिधियों का मानना है।

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