नवरात्रि सवरुपा श्री दुर्गा माँ के 108 नाम (अर्थ सहित)*: पंडित कृष्ण मेहता

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*चंडीगढ़ 10 अक्टूबर: आरके विक्रमा शर्मा +करण शर्मा+ अनिल शारदा प्रस्तुति:—

1. सती- अग्नि में जल कर भी जीवित होने वाली

2. साध्वी- आशावादी

3. भवप्रीता- भगवान् शिव पर प्रीति रखने वाली

4. भवानी- ब्रह्मांड की निवास

5. भवमोचनी- संसार बंधनों से मुक्त करने वाली

6. आर्या- देवी

7. दुर्गा- अपराजेय

8. जया- विजयी

9. आद्य- शुरूआत की वास्तविकता

10. त्रिनेत्र- तीन आँखों वाली

11. शूलधारिणी- शूल धारण करने वाली

12. पिनाकधारिणी- शिव का त्रिशूल धारण करने वाली

13. चित्रा- सुरम्य, सुंदर

14. चण्डघण्टा- प्रचण्ड स्वर से घण्टा नाद करने वाली, घंटे की आवाज निकालने वाली

15. महातपा- भारी तपस्या करने वाली

16. मन – मनन- शक्ति

17. बुद्धि- सर्वज्ञाता

18. अहंकारा- अभिमान करने वाली

19. चित्तरूपा- वह जो सोच की अवस्था में है

20. चिता- मृत्युशय्या

21. चिति- चेतना

22. सर्वमन्त्रमयी- सभी मंत्रों का ज्ञान रखने वाली

23. सत्ता- सत्-स्वरूपा, जो सब से ऊपर है

24. सत्यानन्दस्वरूपिणी- अनन्त आनंद का रूप

25. अनन्ता- जिनके स्वरूप का कहीं अन्त नहीं

26. भाविनी- सबको उत्पन्न करने वाली, खूबसूरत औरत

27. भाव्या- भावना एवं ध्यान करने योग्य

28. भव्या- कल्याणरूपा, भव्यता के साथ

29. अभव्या – जिससे बढ़कर भव्य कुछ नहीं

30. सदागति- हमेशा गति में, मोक्ष दान

31. शाम्भवी- शिवप्रिया, शंभू की पत्नी

32. देवमाता- देवगण की माता

33. चिन्ता- चिन्ता

34. रत्नप्रिया- गहने से प्यार

35. सर्वविद्या- ज्ञान का निवास

36. दक्षकन्या- दक्ष की बेटी

37. दक्षयज्ञविनाशिनी- दक्ष के यज्ञ को रोकने वाली

38. अपर्णा- तपस्या के समय पत्ते को भी न खाने वाली

39. अनेकवर्णा- अनेक रंगों वाली

40. पाटला- लाल रंग वाली

41. पाटलावती- गुलाब के फूल या लाल परिधान या फूल धारण करने वाली

42. पट्टाम्बरपरीधाना- रेशमी वस्त्र पहनने वाली

43. कलामंजीरारंजिनी- पायल को धारण करके प्रसन्न रहने वाली

44. अमेय- जिसकी कोई सीमा नहीं

45. विक्रमा- असीम पराक्रमी

46. क्रूरा- दैत्यों के प्रति कठोर

47. सुन्दरी- सुंदर रूप वाली

48. सुरसुन्दरी- अत्यंत सुंदर

49. वनदुर्गा- जंगलों की देवी

50. मातंगी- मतंगा की देवी

51. मातंगमुनिपूजिता- बाबा मतंगा द्वारा पूजनीय

52. ब्राह्मी- भगवान ब्रह्मा की शक्ति

53. माहेश्वरी- प्रभु शिव की शक्ति

54. इंद्री- इन्द्र की शक्ति

55. कौमारी- किशोरी

56. वैष्णवी- अजेय

57. चामुण्डा- चंड और मुंड का नाश करने वाली

58. वाराही- वराह पर सवार होने वाली

59. लक्ष्मी- सौभाग्य की देवी

60. पुरुषाकृति- वह जो पुरुष धारण कर ले

61. विमिलौत्त्कार्शिनी- आनन्द प्रदान करने वाली

62. ज्ञाना- ज्ञान से भरी हुई

63. क्रिया- हर कार्य में होने वाली

64. नित्या- अनन्त

65. बुद्धिदा- ज्ञान देने वाली

66. बहुला- विभिन्न रूपों वाली

67. बहुलप्रेमा- सर्व प्रिय

68. सर्ववाहनवाहना- सभी वाहन पर विराजमान होने वाली

69. निशुम्भशुम्भहननी- शुम्भ, निशुम्भ का वध करने वाली

70. महिषासुरमर्दिनि- महिषासुर का वध करने वाली

71. मधुकैटभहंत्री- मधु व कैटभ का नाश करने वाली

72. चण्डमुण्ड विनाशिनि- चंड और मुंड का नाश करने वाली

73. सर्वासुरविनाशा- सभी राक्षसों का नाश करने वाली

74. सर्वदानवघातिनी- संहार के लिए शक्ति रखने वाली

75. सर्वशास्त्रमयी- सभी सिद्धांतों में निपुण

76. सत्या- सच्चाई

77. सर्वास्त्रधारिणी- सभी हथियारों धारण करने वाली

78. अनेकशस्त्रहस्ता- हाथों में कई हथियार धारण करने वाली

79. अनेकास्त्रधारिणी- अनेक हथियारों को धारण करने वाली

80. कुमारी- सुंदर किशोरी

81. एककन्या- कन्या

82. कैशोरी- जवान लड़की

83. युवती- नारी

84. यति- तपस्वी

85. अप्रौढा- जो कभी पुराना ना हो

86. प्रौढा- जो पुराना है

87. वृद्धमाता- शिथिल

88. बलप्रदा- शक्ति देने वाली

89. महोदरी- ब्रह्मांड को संभालने वाली

90. मुक्तकेशी- खुले बाल वाली

91. घोररूपा- एक भयंकर दृष्टिकोण वाली

92. महाबला- अपार शक्ति वाली

93. अग्निज्वाला- मार्मिक आग की तरह

94. रौद्रमुखी- विध्वंसक रुद्र की तरह भयंकर चेहरा

95. कालरात्रि- काले रंग वाली

96. तपस्विनी- तपस्या में लगे हुए

97. नारायणी- भगवान नारायण की विनाशकारी रूप

98. भद्रकाली- काली का भयंकर रूप

99. विष्णुमाया- भगवान विष्णु का जादू

100. जलोदरी- ब्रह्मांड में निवास करने वाली

101. शिवदूती- भगवान शिव की राजदूत

102. करली – हिंसक

103. अनन्ता- विनाश रहित

104. परमेश्वरी- प्रथम देवी

105. कात्यायनी- ऋषि कात्यायन द्वारा पूजनीय

106. सावित्री- सूर्य की बेटी

107. प्रत्यक्षा- वास्तविक

108. ब्रह्मवादिनी- वर्तमान में हर जगह वास करने वाली।

 

जय माता जी की

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