चंडीगढ़: 8 अक्टूबर:-आरके विक्रमा शर्मा करण शर्मा:- सृष्टि की रचना और उसकी नाना प्रकार से देखभाल करने वाले प्रकृति ने कण-कण में और कदम कदम पर मनोहारी छटा बिखेर रखी हैं। कुदरत सबसे अहम और विशाल धरोहर के रूप में धरती पर विद्यमान है। कुदरती नजारे कुदरती वनस्पति कुदरती गर्म ठंडे पानी के चश्मे ज़र्रा पहाड़ पेड़-पौधे पशु-पक्षी सब अद्भुत हैं।
इन्हीं अद्भुत में से एक नजारा उत्तराखंड के इलाके में देखने को मिलता है। यहां सब्जियों के आकार आदमी के कद से भी बड़े आम देखे जाते हैं। यहां की लौकी आदम कद से हमेशा अधिक लंबी पाई जाती है। इस मिट्टी में कुदरत का ही कोई खजाना है। जिसे इन लताओं के फल फूल छू कर धन्य हो जाते हैं। स्वादिष्ट निरोगी और पौष्टिकता लिए यह सब्जियां स्वाद में लाजबाव रहती हैं। आजकल इस इलाके में लौकियां के चर्चे यहां वहां सारे जहां गूंज रहे हैं।नैनीडांडा पौड़ी गढ़वाल आदमकद से बड़ी लौकियां के लिए आजकल सोशल मीडिया और अखबारों के हेड लाइन बन रहा है। यहां की मिट्टी बेहद उपजाऊ उर्वरा शक्ति लिए हुए हैं। यहां वनस्पति अपने भरपूर यौवन के साथ अपनी छटाएं बिखेरती है।