जल्दी ही मरहूम बेअंत सिंह के खानदान के चिराग को मिल सकती है पंजाब में बड़ी जिम्मेवारी, तकरीबन पूरी हो चुकी है तैयारी!!!

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👳🏻‍♂️ चंडीगढ़:-5 अक्टूबर:-आरके विक्रमा शर्मा+ करण शर्मा+ अनिल शारदा:–—लंबे अरसे से देश के ताज कहे जाने वाले पंजाब प्रांत के काले दिनों का दौर खत्म होने का नाम अभी तलक भी नहीं ले पा रहा है। राजनीति को तो जैसे दीमक ही खा गई है। ईमानदारी निष्ठा कर्तव्य परायणता देश भक्ति शुद्ध आदर्श आचरण शिष्टता अनुशासन और धर्म गत जीवन सब कुछ कागजी अल्फाज बनकर रह चुके हैं। आजकल पंजाब की राजनीति किसी कॉमेडी शो से कम नहीं है। क्योंकि कॉमेडी शो के जज रहे नवजोत सिंह सिद्धू आजकल खुद पंजाब कांग्रेस आई के अध्यक्ष बनकर मनमर्जी की तालियां ठोक रहे हैं। सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पंजाब की राजनीति खासकर कांग्रेस की राजनीति का बंटाधार करने का श्रेय किसको जा रहा है। कांग्रेस में इस वक्त कैप्टन अमरिंदर सिंह रीड की हड्डी का काम कर रहे थे। सो जुमलेबाज कहे जाने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने उन्हें दरकिनारे करवा दिया। और जिस एमएलए को प्रांत का मुख्यमंत्री बनाया। उसे वह अपनी कठपुतली समझ रहे थे। लेकिन सौ सुनार की और एक लोहार की करते हुए चरणजीत सिंह चन्नी ने खुद को दिग्गज कहे जाने वाले सिद्धू को अनेकों बार पटकनी दी। तो कांग्रेस ने दिल खोल के ताली ठोक डाली। खुद को शतरंज का खिलाड़ी समझने वाले सिद्धू को निकट भविष्य में कब पटखानी मिल जाए। यह भी जल्दी ही उक्त ड्रामे का पटाक्षेप हो जाएगा। और देखते ही देखते अध्यक्ष की दौड़ सिद्धू के लिए आगे दौड़ पीछे चौड वाली बन जाएगी। इस दौड़ में कौन बाजी मारेगा। कौन बाजी हारेगा। यह पंजाब की जनता को भी बखूबी समझ आ चुका है। और सबसे बड़ी बात है कि बहरूपिया और दोगला नेता जल्दी ही अध्यक्ष पद की कुर्सी से दर किनारे कर दिया जाएगा। और पंजाब की राजनीति में राजनीतिज्ञों की फैमिली का एक सितारा तेज तरारा कांग्रेस आई पंजाब की बतौर अध्यक्ष कमान संभालेगा। और पंजाब में बिखरती हुई कांग्रेस को नया मुकाम देने में अपनी राजनीतिक सूझबूझ का बखूबी कामयाबी से प्रदर्शन भी करेगा।।

.पंजाब कांग्रेस आई के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफ़ा अब जल्दी ही मंज़ूर हो सकता है। और उनकी जगह पंजाब की राजनीति में तेजतर्रार राजनीतिज्ञ रवनीत सिंह बिट्टू नए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं।  ‘दागदार’ अधिकारियों और मंत्रियों की नियुक्ति पर मतभेद को लेकर मौजूदा कांग्रेसचे अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने बीते 28 सितंबर को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था  अगले दिन सिद्धू ने एक वीडियो जारी कर सार्वजनिक तौर पर अपना गुस्सा जाहिर किया था। दरअसल, चरणजीत सिंह चन्नी सरकार में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी इकबाल प्रीत सिंह सहोता को पंजाब पुलिस के महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। सहोता को प्रभार दिए जाने से नाराज सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन सहोता के साथ सिद्धू का क्या 36 का आंकड़ा है। और सोता की नियुक्ति को लेकर चन्नी से क्या मतभेद हैं। यह भी जल्दी ही तथ्य सामने आने वाले हैं।सहोता फरीदकोट में गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए तत्कालीन अकाली सरकार द्वारा 2015 में गठित एक विशेष जांच दल के प्रमुख थे। पंजाब में राजनीति की परख रखने वाले आम पंजाबी की सुने तो चरणजीत सिंह चन्नी भी नवजोत सिंह सिद्धू की उनकी कार्यशैली पर किंतु परंतु करने को लेकर खफा है। चन्नी अपनी चीफ मिनिस्टरशिप में अध्यक्ष की दखलअंदाजी को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहते हैं। वह खुद को सक्षम और हर फैसला अपनी सूझबूझ से लेने में समर्थ बताने के लिए सिद्धू को दरकिनारे चाहते हैं। ऐसा पंजाब की जनता कहती है।

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