चंडीगढ़ : 27 सितंबर:- आरके विक्रमा करण शर्मा :—-पुरातन काल में भी नारी को आदिशक्ति कह कर देवताओं ने हमेशा सम्माननीय वह पूजनीय स्थान दिया है विश्व भर में नारी को घर परिवार के अलावा बिजनेस स्पोर्ट्स एजुकेशन और इसके साथ साथ राजनीति में भी अहम भूमिका निभाने का भरपूर रणनीतिक तौर पर अवसर दिया जाता है।
जमाना बदल रहा है भारतीय राजनीति में महिलाओं का वर्चस्व का ग्राफ बढ़ता जा रहा है लेकिन हैरत की बात है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ और देशभर में चंडीगढ़ का मीडिया अपनी धाक खुद रखता है।
पिछले कुछ सालों से निदेशक, लोक संपर्क विभाग में जो भी पत्रकार कैमरामैन या फोटोग्राफर सरकारी स्तर पर मान्यता प्राप्त करने हेतु आवेदन करता है। उसे पत्रकारों की ही एक ज्यूरी के आगे से गुजरना पड़ता है । अनेकों प्रबुद्ध पत्रकारों ने ऐसी किसी भी जरूरत और प्रक्रिया पर अनभिज्ञता जाहिर की है।
बहुत ही बड़ी हैरानी की बात है कि बुद्धिजीवियों ने अपने ही समाज के प्रमुख अवयव को स्थान न देकर समग्र नारी जाति का अपमान किया है। लेकिन अब जमाना बदल रहा है एक बार समाज में इस सब का कारण क्या है और कैसे बना है कि भी महत्वपूर्ण जानकारी सभी पाठकवृदों में उपलब्ध होनी चाहिए। बड़े ही अफसोस की और सोचनीय बात है कि यह ज्यूरी पिछले कई सालों से अपनी भूमिका निभा रही है।
अल्फा न्यूज़ इंडिया की मांग है कि चंडीगढ़ प्रशासक और उनके सलाहकार सहित तमाम बुद्धिजीवी वर्ग उक्त ज्यूरी में महिला पत्रकार को महत्वपूर्ण स्थान सम्मान पूर्वक दिया जाए। अल्फा न्यूज़ इंडिया के अवैतनिक प्रभारी आरके शर्मा ने पुरजोर मांग की है कि एक महिला पत्रकार के बिना ज्यूरी मृतप्राय है। इसलिए महिला पत्रकार की भूमिका सुनिश्चित की जाए।। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मोहाली और पंचकूला में महिला पत्रकारों की तादाद काफी सराहनीय है। लेकिन फिर भी अज्ञात कारणों से उक्त ज्यूरी में उन्हें स्थान ना दिया जाना अपने आप में अफसोस जनक व शर्मनाक तथ्य है। अल्फा न्यूज इंडिया ने यह भी मांग उठाई है कि महिलाओं को उनका बनता अधिकार जरूर दिया जाए। ताकि समाज में सामंजस्य बना रहे और नारी गरिमा को कोई भी ठेस पहुंचाने कुचेष्टा ना करें। पत्रकारिता से जुडी सीनियर पत्रकार संतोष गुप्ता ने कहा कि वह अल्फा न्यूज़ इंडिया की जूयरी में महिलाओं की सहभागिता मांग का भरपूर समर्थन करते हैं। अनेकों सामाजिक संस्थाओं की तरह अदिति कलाकृति हब आफ हॉबीज एंड हैंडीक्राफ्ट्स की संचालिका मोनिका शर्मा और गैर राजनीतिक संस्था हिंद संग्राम परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि वह बिना किसी शर्त अल्फा न्यूज़ इंडिया की इस अनिवार्य मांग का भरपूर समर्थन करते हैं।।