चंडीगढ़:22 सितंबर:- आरके विक्रमा शर्मा+करण शर्मा प्रस्तुति:– *डाँ.कैलाश शर्मा पाटोदा* सहायक निदेशक, आयुर्वेद विभाग सीकर, राजस्थान अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से लाखों सुधि पाठकों हेतू माताओं बहिनों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं।
*55% महिलायें थाइरोइड से ग्रस्त*
*थायरायड को कैसे कम करे… जानिये…!*
आजकल एक गंभीर समस्या बहुतायात मे देखने को मिल रही है वो है थायराइड।
थायरायड गर्दन के सामने और स्वर तंत्र के दोनों तरफ होती है। थायरायड में अचानक बृद्धि हो जाना या फिर अचानक कम हो जाना है।
*●●थाइरोइड●●*
एक स्वस्थ्य मनुष्य में थायरायड ग्रंथि का भार 25 से 50 ग्राम तक होता है।
यह ‘थाइराक्सिन‘ नामक हार्मोन का उत्पादन करती है।
*पैराथायरायड ग्रंथियां*
थायरायड ग्रंथि के ऊपर एवं मध्य भाग की ओर एक-एक जोड़े यानी कि कुल चार होती हैं। यह ”पैराथारमोन” हार्मोन का उत्पादन करती हैं।
तनावग्रस्त जीवन शैली से थाइरोइड रोग बढ़ रहा है।
आराम परस्त जीवन से भी हाइपो थायराइड और तनाव से हाइपर थायराइड के रोग होने की आशंका, आधुनिक चिकित्सक निदान में करने लगे हैं।
आधुनिक जीवन में व्यक्ति अनेक चिंताओं से ग्रसित है।
जैसे:- परिवार की चिंताऐं तथा आपसी स्त्री-पुरुषों के संबंध।
आत्मसम्मान को बनाए रखना।
लोग क्या कहेंगे आदि अनेक चिंताओं के विषय हैं।
*●●उपचार●●*
1- थायरायड की समस्या वाले लोगों को दही और दूध का इस्तेमाल अधिक से अधिक करना चाहिए क्योंकि दूध और दही में मौजूद कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स थाइरोइड से ग्रसित पुरूषों को स्वस्थ बनाए रखने का काम करते हैं।
2- थायरायड ग्रन्थि को बढ़ने से रोकने के लिए गेहूं के ज्वाहरे का सेवन कर सकते है।
गेहूं का ज्वाहरा आयुर्वेद में थायरायड की समस्या को दूर करने का बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय है।
इसके अलावा जवाहरा साइनस, उच्च रक्तचाप और खून की कमी जैसी समस्याओं को रोकने में भी प्रभावी रूप से काम करता है।
3- थायरायड की परेशानी में जितना हो सके, फलों और सब्जियों का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि फल और सब्जियों में एंटीआक्सिडेंटस होता है जो थायरायड को कभी भी बढ़ने नहीं देता है।
सब्जियों में टमाटर, हरी मिर्च आदि का सेवन करें।
4- थायरायड के मरीजों को थकान बड़ी जल्दी लगने लगती है और वे जल्दी ही थक जाते हैं एैसे में मुलेठी चूर्ण का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है, चूंकि मुलेठी में मौजूद तत्व थायरायड ग्रन्थि को संतुलित बनाते हैं और थकान को उर्जा में बदल देते हैं। मुलेठी चूर्ण थायरायड में कैंसर को बढ़ने से भी रोकता है।
5- योग के जरिए भी थायरायड की समस्या से निजात पाया जा सकता है इसलिए भुजंगासन, ध्यान लगाना, नाड़ीशोधन, मत्स्यासन, सर्वांगासन और बृहमद्रासन आदि करना चाहिए।
6- अदरक में मौजूद गुण जैसे पोटेशियम, मैग्नीश्यिम आदि थायरायड की समस्या से निजात दिलवाते हैं अदरक में एंटी-इंफलेमेटरी गुण थायरायड को बढ़ने से रोकता है और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार लाता है।
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कुदरती तरीकों से स्तनो का आकार बढ़ाएं*
● शरीर के अन्य अंगों के अनुपात में *नारी के स्तनों का छोटा रह जाना एट्रॉफी ऑफ ब्रेस्ट कहलाता है।*
● स्तनों के अन्दर की ग्रंथियां पूर्णत: विकसित नहीं होने से इस तरह की स्थिति पैदा हो जाती है।
*विभिन्न कुदरती उपचार….*
*●●कलौंजी●●*
कलौंजी आधे से 1 ग्राम की मात्रा में रोज सुबह-शाम स्त्री को पिलाने से स्तन के आकार में वृद्वि हो जाती है।
*●●गंभारी●●*
गंभारी के रस और तिल के तेल को मिलाकर स्त्री के स्तनों पर धीरे-धीरे मालिश करें और इसी तेल में रूई को भिगोकर जनेन्द्रिय में रखने से स्तनों के आकार में वृद्धि होती है।
*●●एरण्ड:●●*
एरण्ड के तेल की मालिश करने से स्तनों का आकार बढ़ने लगता है!
*●काला जीरा●*
काली जीरी, काला जीरा या स्याह जीरा आधा से 2 ग्राम सुबह-शाम खाने से स्तनों में पहले की तुलना में वृद्धि होती है।
*●●दुद्धी●●*
दुद्धी के रस की 10 से 20 बूंदों को सेवन करने से स्तनों के छोटेपन से छुटकारा मिलता है
दुद्धी को पीसकर चूर्ण बनाकर रख लें, फिर इसी चूर्ण को एक चौथाई ग्राम से आधा ग्राम तक खाने से स्तनों के आकार में वृद्धि होती है।
*●●चौलाई●●*
चौलाई (गेन्हारी) की सब्जी के पंचांग (जड़, तना, पत्ती, फल और फूल) को अरहर (रहरी) की दाल के साथ मिलाकर खाने से पशु और स्त्री के स्तनों की वृद्धि होती है।
*●●तोरी●●*
तोरी के बीजों को पीसकर बारीक चूर्ण बनाकर रख लें, फिर इसी चूर्ण को 5 से 10 ग्राम की मात्रा में पानी में भिगोकर उसमें मिश्री को अच्छी तरह मिलाकर लई (लुआबदार) शर्बत बनाकर पीने से स्तनों के छोटे आकार में बदलाव मिलता है।
*●गजपीपल●*
गजपीपल, बच और असगंध को बराबर मात्रा में लेकर भैंस के दूध से बने मक्खन के साथ स्तनों पर लेप करने से स्तनों के छोटेपन से छुटकारा मिलता है।
*●●बच●●*
बच और दाड़िम को सरसों के तेल में पकाकर शुद्ध हुए तेल की स्तनों पर मालिश करने से स्तन सुन्दर, पुष्ट और आकर्षक बन जाते हैं।
*जैतून का तेल*
ब्रेस्ट को बढ़ाने का तरीका है जैतून का तेल
अपने दोनों हाथों पर जैतून के तेल की कुछ बूंदें डालें और फिर हाथों को स्तनों पर रखकर अंदर की ओर सर्कुलर मोशन में मसाज करें। सुबह और रात को सोने से पहले लगभग 100 से 300 बार आपको ऐसा करना है। इस उपाय को आपको एक से दो महीने तक करना चाहिए।