चंडीगढ़ ; 26 नवमबर ; आरके शर्मा विक्र्मा ;—देशवासियों वाक्य ही अगर चैन अमन की नींद सोना है तो आपको जागना तो होगा ! याद करो वो 26 नवमबर की दिल दहलाने वाली काली खुनी रात जब निहत्थे निरपराधों को बेवजह गोलियों से भुनने वाले कोई और नहीं हमारे ही पडोसी मुल्क के युवा मुस्लिम युवक थे ! इन लोगों ने उन लोगों को मौत की नींद सुलाया था इनका दूर दूर तक कोई किसी तरह का वास्ता राफ्ता तक न था ! दोष क्या रहा होगा मरने वालों का सिर्फ यहीं कि वो भारतवासी थे ! दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र मुल्ख के वासी थे ! वो बीते 2008 वर्ष की 26 नवम्बर को पाकिस्तानी दस आतंकवादियों ने 164 जानें को कत्ल और 300 लोगों को जख्मी किया था ! पुलिस एटीएस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने अपने अफसर और जवान खोये थे ! नौ वर्ष बाद भी उस दर्दनाक खुनी हादसे को याद करते ही रौंगटें खड़े हो जाते हैं ! हमने क्या नहीं खोया था इस खुनी सके में पर एकता और भाईचारे की नई कहानी की गढ़ा और तेजी से पढ़ा ! शहीदों को देश का श्रद्धावत नमन ! जो अपनी जान पर खेले उनको नमन जय हिन्द जय भारत !!