चंडीगढ़:-29 अगस्त:- आरके विक्रमा शर्मा+ करण शर्मा+ हरीश शर्मा:—-आज स्थानीय सेक्टर 41 स्थित श्री दुर्गा मां मंदिर के खुले परिसर में पौणाहारी दूधाधारी बाबा बालक नाथ जी का धरावतरण दिवस भगवान श्री कृष्ण जी महाराज की जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में बहुत ही हर्ष और उल्लास और भव्यता से संपन्न हुआ।
उक्त धार्मिक समागम के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बाबा बालक नाथ जी के अनन्य भक्त और हिमाचल महासभा चंडीगढ़ के सक्रिय सिपहसालार पृथी सिंह व कश्मीर चंद बर्मा सहित समाज सेवक पंडित रामकृष्ण शर्मा पंचकूला वाले जी ने संयुक्त रूप से बताया कि कोविड-19 के चलते सुनहरी जटां वाले बाबा जी बाबा बालक नाथ जी का अवतार दिवस पूरी धूमधाम और परंपरागत पहाड़ी रस्मों रिवाज के साथ संपन्न नहीं हो पाया था। सो आज रविवार के दिन बाबा बालक नाथ जी का भव्य अवतार पावन दिवस भगवान श्री कृष्ण जी के अवतार दिवस की बेला पर समर्पित करते हुए आयोजित किया गया। और इसमें ट्राइसिटी के अलावा हिमाचल प्रदेश व पंजाब, हरियाणा क्षेत्रों से भी बाबाजी के अनन्य श्रद्धालु उनके श्री चरणों में हाजिरी लगवाने हाजिर हुए।
बाबाजी की भेंटों भजनों की रिमझिम जो शुरू हुई वह देखते-देखते कब सैकड़ों श्रद्धालुओं की तालियों नृत्य की धूम में बरसात का मनोहारी रूप ले गई। और मंदिर के प्रांगण में मौजूद नर नारी बाबा जी की अनुकंपा तक कीर्तन की श्री ध्वनि में मस्त होकर नृत्य करते रहे। इसी मौके पर बाबाजी का मीठा रोट और ऋतृ फलों का प्रसाद का खुला वितरण किया गया। तत्पश्चात बाबा जी की पहाड़ी रसोई का अटूट भंडारा असंख्या भक्तजनों ने आस्थावानों ने और राह चलते भूखे प्यासों जरूरतमंदों ने सभी ने दिल खोलकर छका । बाबा जी का गुणगान पहाड़ियों की मंडली ने बखूबी किया।
बाबा जी के श्री चरणों में नर नारियों ने मंत्रमुग्ध होकर झूमते गाते हुए पहाड़ी भजनों और भेंटों पर नृत्य किया। भेंटों के द्वारा बाबा जी के जन्म और उनके चमत्कारों सहित मानवता, भाईचारे, समानता और अहिंसा मात-पिता और गुरुजनों बुजुर्गों, जरुरतमंदों की सेवा जैसे गुणों भरे संदेशों का भी खूब प्रचार किया गया।।