पंजाब पुलिस की ज्यादतियों व् मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने को मजबूर

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राजनितिक दबाव के चलते पंजाब पुलिस की ज्यादतियों व् मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने को मजबूर  जानलेवा हमले से बचा पीड़ित परिवार
केस सेंट्रल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी ये सिटींग जुडिशियल ऑफिसर को सौंप दिया जाये ताकि निष्पक्ष जांच हो  

  हमारी एफ आई आर पीड़ित  विनय के बयान के अनुसार रजिस्टर की जाये और दोषियों पर उसके अनुसार  न्यायोचित कार्रवाई की जाये  
चंडीगढ़ : 8 जनवरी : अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;—- 
      यह घटना 26 दिसंबर रात सवा नौ बजे की है जब गुरु हर सहाय जिला फिरोजपुर में अनुमीत सिंह हीरा सिंह सोढ़ी  पुत्र राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी  एम् एल ऐ गुरु हर सहाय व् रुस्तम शेर सिंह सोढ़ी द्वारा भेजे गए नकाबपोश गुंडों द्वारा विनय बजाज पर तलवारों और डंडों से जान लेवा हमला उस समय किया गया जब वह अपनी दुकान जायका फ़ास्ट फ़ूड पर अकेला बैठा था , हमलावर तो अपनी तरफ से उसको मरा हुआ समझ कर छोड़ कर अपनी स्कॉर्पिओ गाड़ी में भाग गए  ; इलाज के लिए विनय को जी एम् सी  एच फरीदकोट  ले जाया गया ,जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद परिवार विनय को कॉस्मो हॉस्पिटल मोहाली में प्लास्टिक सर्जरी व् फ्रैक्चर्स के इलाज के लिए ले आया , यहीं पर मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के सामने व् एक गवाह के हस्ताक्षर समेत आई ओ थाना हर गुर सहाय के एअस आई हरबंस सिंह  द्वारा विनय बजाज का बयान  30 दिसम्बर को  लिया गया , बयान 30 को लिया गया क्योंकि इससे पहले विनय को डाक्टरों द्वारा फिट न होने के कारण ब्यान देने की मनाही थी I
बयान लेने की जानकारी डी जी पी पंजाब पुलिस को परिवार द्वारा खुद मिलकर भी दी गयी लेकिन पंजाब पुलिस के डी एस पी  , एस एच ओ , ए एस आई   तो राजनितिक दबाव के चलते परिवार को थाने बुलाकर बयान बदलने व्  अनुमीत हीरा सोढ़ी का नाम हटाने का दबाव डालती रही , गौरतलब है की एस एच ओ  / एस एस पी को जब पीड़ित के भाई ने  मैसेज / कॉल द्वारा रिपोर्ट लिखने व् कारवाही के बारे में पूछना चाहा तो या तो फ़ोन काट दिया गया या फिर उनका नंबर ब्लॉक कर दिया गया ,और आज बारह दिन बीत जाने पर भी हमलावर या उनको भेजने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है , विनय को जब हॉस्पिटल से 3 जनवरी को हॉस्पिटल से छुट्टी मिली तो उन्होंने पंजाब पुलिस की वेबसाइट  खंगाली  तो परिवार के पाँव तले जमीं खिसक गयी क्योंकि एक जनवरी को एस एच ओ द्वारा खुद को कम्प्लेनेंट बनाकर और खुद को ही आई ओ डेप्यूट करते हुए  ऍफ़ आई आर 0002 दर्ज कर दी गयी और उसमें मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के सामने लिए बयान का कोई जिक्र ना करते हुए ये लिखा गया की विनय की हालत बयान देने लायक नहीं थी , क्या पंजाब पुलिस राजनितिक दबाव के चलते जानलेवा हमले के पीड़ित व्यक्ति का बयान भी गायब कर सकती है , क्या यह प्रजातंत्र है 
पीड़ित के  भाई ने अपने मोबाइल 9855000260 से एस एच ओ के मोबाइल 9780009427 पर कार्रवाई के बारे में पूछने के लिए कॉल करने पर फ़ोन काट दिया गया , एस एस पी भूपिंदर सिंह को भी मैसेज करने पर उनका नंबर ही ब्लाक कर दिया गया , वहीँ ऐ एस आई ने भी फ़ोन नहीं उठाया 
विदित हो की इस सारी धांधली  की जड़ है विनय का बयान जिसमें उसने अनुमीत सिंह हीरा सोढ़ी , रुस्तम शेर सिंह सोढ़ी ,अमरीक सिंह ,मेजर सिंह और दविंदर सिंह व् सिलिंडर के  नाम का जिक्र किया था और अनुमीत सिंह एम् एल ए का लड़का होने के कारण पुरे जिले का  पुलिस प्रशासन दोषियों को पकड़ने और उनके खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय पीड़ित परिवार को बयान बदलने पर जोर दे रहा है और उनको झूठे केसों में फ़साने की धमकी दे रहा है I 
पुलिस की धमकियों के कारण परिवार डर के मारे पंचकूला हरियाणा में रह रहा है परन्तु किसी भी  व्यक्ति के खिलाफ कोई करवाई नहीं हुई उल्टा पीड़ित परिवार के  समर्थकों को भी धमकाया जा रहा है और तफ्तीश की दिशा जानबूझकर मोड़ने की कोशिश की जा रही है  
हमारी प्रशासन से गुहार है की प्रजातंत्र के सम्मान में बयान को गायब करने की धांधली न करते हुए शक्की व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये व् केस सेंट्रल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी ये सिटींग जुडिशियल ऑफिसर को सौंप दिया जाये ताकि निष्पक्ष जांच हो और राजनितिक दबाव के चलते बचाए जा रहे एम् एल ए के बटे व् रिश्तेदारों पर उचित कार्रवाई हो और पीड़ित परिवार को न्याय मिले 
पीड़ित परिवार की आशंका है की उनके और  उनके समर्थकों दवारा चुनावों में शिरोमणि अकाली दल का समर्थन किये जाने के कारण एम् एल ए उनके पीछे पड़ा हुआ है 
  हमारी एफ आई आर पीड़ित  विनय के बयान के अनुसार दर्ज की  जाये और दोषियों पर उसके अनुसार  न्यायोचित कार्रवाई की जाये ! उक्त केस संबंधी किसी भी जानकारी हेतु क्विक रिलेशंस पी आर और सम्पर्क मोबाइल नंबर 9855000260 पर करें ! 

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