चंडीगढ़:- 10 जुलाई:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:— आज सर्वाधिक स्वास्थ्य संबंधी चर्चा में दवाइयां इलाज परहेज तकरीर तहरीरें व जड़ी बूटियों आदि का सोशल मीडिया के साथ-साथ समाजिक और पारिवारिक परिवेश में अपना अग्रणी स्थान बनाये हुए हैं।
*चालीस के बाद भी अगर जवां दिखना चाहते हैं तो.!*
*हम तो सिर्फ बताएंगे, आगे आपकी मर्जी..!!*
अच्छा स्वास्थ्य हमारे अच्छे आहार विहार का दर्पण होता है।
हमारे गलत खान-पान के कारण ही शरीर बेडौल हो जाता है,
तोंद बढ़ जाती है,
गला पफ्फी हो जाता है,
सिर के बाल कम हो जाते हैं,
चमड़ी पर झुर्रियां पड़ जाती हैं।
इसी को तो वृध्दावस्था कहते हैं।
जिन्दगी की सक्रियता आपके व्यक्तित्व को निखारती है।
कुछ सावधानी व जागरूकता हमारे स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं।
*प्रात: अच्छी उठ कर भ्रमण करें।*
*पेट साफ करें।*
*पैदल चलें।*
*तनाव से दूर रहने का प्रयास करें।*
*आशावादी रहें।*
*थोड़ा खाएं,*
*अच्छा खाएं,*
*अधिक जियें..!*
*पानी ज्यादा पिएं।*
*लस्सी मट्ठा, जूस, सूप ज्यादा पियें।*
*वसायुक्त आहार, तले परांठे कम खाएं।*
*नशा नाश करता है।*
*कोई भी नशा मत करे।*
*मन में जीवन जीने का उत्साह, परिवार का हंसमुख वातावरण, चुस्त जीवन शैली, संकल्प में महाशक्ति होती है।*
*अच्छे विचार जीवन जीने की आरजू दीर्घजीवी बनाती है।*
साभार :–नेचुरोपैथ कौशल।।