चंडीगढ़/सफीदों :- 22 जून अल्फा न्यूज़ इंडिया प्रस्तुति:– पुलिस विभाग के पूर्व सब इंस्पेक्टर एवं पूर्व सीआईडी अधिकारी तेज सिंह हुडा का पूरा परिवार पढ़ाई और खेल के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं। आमतौर पर बहुत कम लोगों के पास पीएचडी की डिग्री होती है लेकिन हुडा परिवार में तीन-तीन पीएचडी की डिग्रियां हैं। तेज सिंह हुडा के 2 बेटों व पुत्रवधू ने कड़ी मेहनत करके पीएचडी की डिग्रियां प्राप्त की है। तेज सिंह हुडा जब अपने मकान के बाहर तीनों बेटे-बहु के नाम के आगे डा. लिखा देखते हैं तो वे फूले नहीं समाते और उनका सीना गर्व के साथ चौड़ा हो जाता है।
तेज सिंह हुडा बताते हैं कि उनके दोनों बेटों दीपक व हिमांशु की शुरू से ही खेलों व पढ़ाई में गहरी रूचि रही है। उन्ही के जैसी उन्हे पुत्रवधू मंजू मिली है, जो पढ़ाई में अव्वल स्थान पर रही है। बड़े बेटे दीपक हुडा ने पंजाब यूनिवर्सिटी से पहले बीएएलएलबी करने के बाद बीपीएड व एमपीएड किया। उसके बाद वहीं से पीएचडी की पढ़ाई की और यह उपाधि हासिल की। इससे पूर्व दीपक ने पटियाला यूनिवर्सिटी से एनआईएस करके वहां से गोल्ड मेडल हासिल किया। दीपक शुरू से ही फूटबाल का खिलाड़ी रहा है और देश-प्रदेश में हुई अनेक बड़ी-बड़ी प्रतियोगिताओं में अपने जौहर दिखाए हैं। फिलहाल दीपक भिवानी के भीम स्टेडियम में बतौर फूटबाल कोच कार्यरत्त है। अपने बड़े भाई के नक्शेकदम पर चलते हुए हिमांशु हुडा ने भी पढ़ाई व खेलों पर ध्यान केंद्रित किया।
हिमांशु ने लवली यूनिवर्सिटी से बीए व बीपीएड किया। उसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में दाखिला लेकर एमपीएड की और वहीं पर पीएचडी में प्रवेश ले लिया। कड़ी मेहनत का फल यह रहा कि हिमांशु भी चंडीगढ़ से डाक्टरेट की डिग्री लेकर घर लौटा। हिमांशु ने भी फूटबाल के खेल में अपना हाथ आजमाया और अंडेमान निकोबार तक हुई खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अनेकों बार मेडल लेकर आया। हाल के दिनों में हिमांशु घेवरा (दिल्ली) में बतौर शारीरिक शिक्षा के लैक्कचरर के पद पर है।
इसी प्रकार से कोच दीपक हुडा की धर्मपत्नी मंजू हुडा को बैडमिंटन के खेल में विशेषता हासिल है। मंजू ने पंजाब यूनिवर्सिटी से पहले एमफिल की और उसके बाद इसी यूनिवर्सिटी में पीएचडी में प्रवेश प्राप्त किया। मेहनत का परिणाम यह रहा कि वह भी डाक्टरेट की उपाधि लेकर लौटी। हाल के दिनों में मंजू हुडा जिला दादरी के भीरी कलां के जिला कालेज में शारीरिक शिक्षा की लैक्चरर हैं। दोनों बेटो व बहु को पीएचडी होल्डर होकर उन्हे सरकारी नौकरी पर देखकर तेज सिंह हुडा गद्गद् है और कहते हैं कि ऐसी औलाद हर मां-बाप मिले। उनकी तमन्ना थी कि उनके बच्चे पीएचडी की डिग्रियां हासिल करके उनका नाम रोशन करे और बच्चों ने वह कर दिखाया है। अब वे चाहते हैं कि छोटे बेटे हिमांशु की बहु भी पीएचडी होल्डर हो। इसके लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
छोटे बेटे की बहु संगीता हुडा पंजाब यूनिवर्सिटी से पत्राचार माध्यम से एमपीएड कर रही है और यह परीक्षा उतीर्ण करने के उपरांत वह भी पीएचडी में दाखिल लेगी। गौरतलब है कि तेज सिंह हुडा बतौर सिपाही पुलिस में भर्ती हुए थे और सब इंस्पेक्टर पद तक सफर तय किया। इसी बीच वे लंबे समय तक सीआईडी में भी रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 37 मेडल जिला पुलिस और 3 मेडल एडीजीपी सीआईडी से प्राप्त किए। वहीं उनकी धर्मपत्नी महिला एवं बाल विकास विभाग में बतौर सुपरवाईजर पद से रिटायर हुई हैं। साभार जगत क्रांति।।