चंडीगढ़:-20 जून: आरके शर्मा विक्रमा+ एनके धीमान:– चंडीगढ़ में कोई भी सरकारी विभाग और उसमें कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी शायद ही जनता के निशाने पर ना आए हों।
आए दिन सरकारी विभागों में घपले बाजियां भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी मनमानियां यहां तक कि सीटों से गैरहाजिर रहना और रजिस्टरों में पूरी हाजिरी होना, यह आम बात हो चुकी है। इससे आला अधिकारियों की जो फजीहत होती है वह अलग से। और अधीनस्थ कर्मचारी पूरी मौज मस्ती और पूरी जेबें भरने में मशगूल हैं। यह चंडीगढ़ वासियों के शिकवे शिकायतों के साथ सीधे सीधे आरोप अक्सर सुनने को मिलते हैं। डिप्टी कमिश्नर यानी डीसी ऑफिस में कभी फाइलों को आग के सुपूर्द करना, कभी फाइलें गायब हो जाना, और कभी फाइलों में रजिस्ट्री के केसों को लेकर छेड़खानी या उन में धांधली यह भी आरोप चंडीगढ़ के माथे पर कलंक का टीका लगते रहते हैं। स्टेट ऑफिस और डीसी ऑफिस बुरी तरह से इन आरोपों के दलदल में धंसा हुआ है। अधिकारी और कर्मचारी सरकारी अटेंडेंस रजिस्टरों में शत प्रतिशत हाजिर होते हैं। और प्रमाण के लिए एक आधी सरकारी फाइल के कागज पर उस दिन की छोटी मोटी कार्यवाही डाल सिग्नेचर कर देते हैं और फिर सीटों से नदारद होते हैं। लोगों को अपनी फाइल को निपटवाने के लिए बरसों से एड़ियां घिसानी पड़ रही हैं।
एक घटना के मुताबिक सीनियर सिटीजन ने बिल्डिंग ब्रांच से आहत होकर घोषणा की थी कि जिस किसी सज्जन की फाइल निर्धारित सरकारी समय में कंप्लीट हुई होगी। उस सज्जन का मुंह मीठा करवाया जाएगा। और उस फाइल को निपटाने वाले सरकारी कर्मचारी को उचित इनाम देकर पूरे शहर में एक मिसाल कायम की जाएगी। लेकिन अफसोस अभी तक ऐसा कोई सरकारी कर्मचारी कर्तव्यनिष्ठ ईमानदार कार्यपालक सामने ही नहीं आ पाया है।
ताजातरीन किस्सा राम दरबार का सामने आ रहा है जहां सड़क निर्माण कार्यों में संबंधित विभाग सहित एरिया पार्षद और अनेकों जिम्मेदार लोग जनता के निशाने पर हैं। पीड़ित और प्रभावित स्थानीय जनता के मुताबिक जो रोड अभी कुछ महीने पहले ही बनाई गई थीं। हल्लो माजरा चौक से रामदरबार की ओर आते हुय जिसकी हमारे पार्षद साहब 50 साल न टूटने की कसम खा रहे थे। उसका एक ही महीने के बाद हाल खस्ता हो चुकी है और लोगों का जान-माल और सुरक्षित है किसी वक्त भी कोई जानलेवा हादसा हो सकता है। हाल ही में बनी है सड़क बिल्कुल सेंटर से धंस चुकी है और जांचने की प्रक्रिया आगे भी बरसात के चलते बढ़ सकती है और लोगों की मुश्किल आते हैं और बढ़ने के आसार भी पुख्ता है ऐसा शहर में पहली बार नहीं हो रहा है शहर के अनेकों भागों में ऐसी सैकड़ों लोकेशन सामने आती रही हैं या हाल ही में सड़के बनी है और साहब के साथ ही मौत का कुआं बनती नजर आई हैं।
इस घपले बाजी घोटाले बाजी और ठेकेदारों सहित स्थानीय पार्षद संबंधित सरकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सब आक्रोशित जनता के निशाने पर हैं। फिर भी कोई भी जिम्मेदार अधिकारी जवाबदेही से आगे नहीं आ रहा है और इन हादसों की तरफ से बेपरवाह होकर नोट बटोरने में मशगूल बताए जा रहे हैं। इन तमाम नकारात्मक कार वालों को ध्यान में रखते हुए राम दरबार के लोगों ने 20 जून को सुबह 10:30 बजे टीम दलीप कुमार वार्ड कार्यालय #1283 फेज 2 रामदरबार से इकट्ठा होकर एक रोष मार्च निकालने का बीड़ा उठाया है।