चंद्र ग्रहण के स्नानियों हेतु गीताधाम में चाय का लंगर बंटा

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चंद्र ग्रहण के स्नानियों हेतु गीताधाम में चाय का लंगर बंटा 
कुरुक्षेत्र ; 31 जनवरी ; मोनिका शर्मा /राकेश शर्मा ;——वर्ष 2018 का पहला और बड़ा चंद्रग्रहण समूची दुनिया में अपना विभिन्न प्रकार का मिलाजुला और दूरगामी असर देने के साथ शुरू हुआ ! हर धर्म के लोग अपनी अपनी मान्यताओं और धर्म परम्पराओं के परिचलन का निर्बहन करते हुए आस्थावत दान पुण्य और नाम  सिमरन स्नान आदि सिद्ध करने में जुटे हैं ! गंगा जमना सरस्वती के पावन संगम स्थली में और सरोवरों आदि के मुहानों पर करोड़ों आस्थावानों ने जीवन को सार्थ करने हेतु जलस्रोत्रों में डुबकियां लगाईं ! 
           

       इसी क्रम में कर्म क्षेत्र कुरुक्षेत्र जोकि सरोवरों और मंदिरों की स्थली है में आज देश विदेशों से आये आस्थावानों ने डुबकियां लगाईं ! और स्थानीय गीताधाम [ओपोजिट कृष्ण म्यूजियम] के विशाल परिसर के बाहर संचालन शक्ति माता सुदर्शन जी भिक्षु महाराज के सान्निध्य में पंडित राम कृष्ण शर्मा और लक्ष्मी देवी शर्मा और अन्य कई भक्तों ने गर्म चाय का लंगर शाम को लगाया ! श्रद्धालुओं के जत्थे ब्रह्म सरोवर व् सन्निहित सरोवर आदि से स्नान करने के बाद जब श्री कृष्ण संग्राहलय और श्री गीताधाम वाली रोड से गुजरते तो ग्राम चाय का लंगर छक कर  और साधु समाज का दर्शन और आशीर्वाद पाकर जीवन धन्य करते हुए अपने गंतव्यों की सम्मत बढ़ते गए ! माता सुरदर्शन जी भिक्षु महराज ने बताया कि पंडित रामकृष्ण शर्मा गीताधाम के अमर संथापक और मुमुक्षु मंडल के सर्वश्री ब्रह्मज्ञानी और गीतजयंति के जनक गीतानंद जी महाराज के परम् स्नेहिल  शिष्यों में शुमार ने चाय लंगर की सेवा की !  कुरुक्षेत्र में जो भी पर्यटक या धर्म प्रेमी मंदिरों के दर्शन और गीता ज्ञान संबंधी जानकारी के लिए ललायित होकर आता है वह श्री गीतधाम में अवश्य आकर ज्ञाननिधि से लाभान्वित होता ही है ! गीताधाम में अन्नपूर्णा भोजनालय की संचालिका माता श्री विज्ञान जी महाराज की देखरेख में हर भूखे प्यासे के लिए हर वक़्त जलपान और समयनुसार  शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था रहती है ! यहाँ गीताधाम की गौशाला अपने आप में अनूठी मिसाल है ! यहाँ दूध दही लस्सी देशी घी की निशुल्क सेवा भंडारे में  अनुकरणीय है ! गीताधाम में निशुल्क वृद्धाश्रम की सेवा भी उपलब्ध है !   

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