पंचकूला:-13 जून आरके विक्रमा शर्मा:— स्थानीय रायपुररानी में भी सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के मानवता के लिए जीवन जीने की प्रेरणा को निरंकारी श्रद्वालु निरंतर रक्तदान करके परिपूर्ण कर रहे हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी सन्त निरंकारी मिशन की ओर रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में पंचकूला के रायपुररानी में आज रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 118 श्रद्वालुओं ने रक्तदान किया।
सन्त निरंकारी मण्डल के चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज श्री के0के0कश्यप जी ने बताया कि रायपुररानी ब्रांच का यह 17वां रक्तदान शिविर है। इन रक्तदान शिविरों का मुख्य उद्देश्य यही है कि एक दूसरे के लिए, बिना भेदभाव के मनावता की अलख को जगाए रखना है जिससे कि प्रेम, नम्रता व समदृष्टि का भाव सभी मे नज़र आएं ।
रक्तदान शिविर का शुभारंभ सन्त निरंकारी मिशन की पंचकूला इकाई की प्रभारी बहन कुसुम सोनी जी ने अपने कर कमलों द्वारा किया। इस अवसर पर उन्हें रक्तदाताओं का आभार जताते हुए सतगुरू माता सुदीक्षा जी महाराज से यही अरदास की इन सभी रक्तदाताओं को शारीरिक , मानसिक तौर पर पूर्णतया स्वस्थ रखना जिससे कि मानवता के भले के लिए सदैव आगे आते रहें। उन्होंने बताया कि सद्गुरू माता जी ने भी समझााया कि हमने सारे संसार के लिए वरदान बनना है और सदैव यह ध्यान देना है कि हमारा जीवन दूसरों को थोड़ा सा भी सकून दे पाएं, ऐसा प्रयत्न करना है।
सन्त निरंकारी सेवादल के पंचकूला क्षेत्र के क्षेत्रीय संचालक करनैल सिंह जी ने कहा कि सद्गुरू माता जी ने बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के उस कथन के मानव रक्त नालियों में नाड़ियों में बहे के उस कथन को पूर्ण करने के लिए 1986 में आरंभ किए गए रक्तदान शिविरों की इस अलख को सदैव आगे बढ़ाकर मानवमात्र की सेवा करना है।
सन्त निरंकारी मंडल की रायपुररानी ब्रांच के मुखी रामस्वरूप जी ने सभी रक्तदाताओं एवं डाॅक्टर सीरत कौर के नेतृत्व में पीजीआई की 10 सदसीय टीम का अभिनन्दन व आभार व्यक्त किया। सद्गुरू माता सुदीक्षा जी ने यही समझााया है कि मानव कल्याण के लिए रक्तदान करना श्रेष्ठ दान है। इसका कोई विकल्प नहीं है। इसलिए सभी को बढ़चढ़ कर रक्तदान करना चाहिए।