पंचकूला :-06 जून:- आर के विक्रमा शर्मा/एनके धीमान:- हरियाणा में भाजपा और जजपा गठबंधन सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह विफल साबित हो रही है। जिन वादों को लेकर सरकार का सत्ता में आने का रास्ता साफ हुआ था। आज सरकार ने उन तमाम वादों को ही भूल कर सत्ता सुख भोगने में लगी हुई है। प्रदेश में क्राइम का ग्राफ बहुत बढ़ चुका है। सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में फिसड्डी साबित हुई है। यह सब आरोप हरियाणा कांग्रेस आई की प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा ने मौजूदा सरकार पर अपनी भड़ास निकालते हुए कहे हैं।
शनिवार को हरियाणा के पेरिस कहे जाने वाले पंचकूला जिला में एक बड़े भाई ने अपने छोटे भाई को बेरोजगारी और घर में व्यापक अभावों के चलते ही सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। बता दें छोटा भाई भी बेरोजगारी का ही शिकार चल रहा था। घर में खूब कलह क्लेश हर वक्त रहता था। अनेकों प्रकार के अभाव घर में व्याप्त थे। जिनके चलते दोनों भाई परिवार के बाकी सदस्यों के साथ लड़ते झगड़ते थे। मारपीट की कई बार नौबत आती थी। लेकिन इस बार यह नौबत खूनी वारदात का रूप लेकर ही समाप्त हुई है। चंडीमंदिर क्षेत्र में घटी इस घटना ने सरकार के युवाओं के लिए अनेकों रोजगार कल्याणकारी प्रोजेक्टों की भी खुली पोल खोल दी है। सरकार के सरकारी आंकड़ों के दावों की भी पोल खुलती नजर आई है। इसी प्रांत में बेरोजगारी दर घटी है। हकीकत में यह दर पिछले साल 2019 की बजाय बढ़ती नजर आई है।
चंडीमंदिर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर के मामले में गहनता से तफ्तीश की शुरू।पंचकूला पुलिस एसीपी राजकुमार कौशिक ने उक्त खूनी वारदात की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों भाई बेरोजगार थे। व उनके बेरोजगार रहने पर उनकी शादी भी नहीं हुई थी। जिसके चलते उनके घर- परिवार में आपसी कलह और गाली गलौज के हालात अक्सर बने रहते थे। चंडीमंदिर थाना के प्रभारी अरविंद कंबोज ने बताया कि जल्दी ही पुलिस आरोपी सतनाम सिंह को गिरफ्तार कर लेगी। शनिवार देर रात जिला पंचकूला के चंडीमंदिर क्षेत्र स्थित चूनाभट्टी गावँ में आपसी घरेलू कहासुनी के चलते बड़े भाई सतनाम सिंह ने अपने छोटे भाई अजित सिंह के सिर में गोली मारकर उसकी निर्मम की हत्या कर दी। खूनी वारदात के बाद मृतक के पिता द्वारा पुलिस को दी सूचना दिए जाने पर पंचकूला पुलिस एसीपी राजकुमार और चंडीमंदिर थाना के प्रभारी अरविंद कंबोज अपनी टीम सहित फॉरेंसिक आफिशियल अपने अधिकारों समेत मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। और दर्दनाक हादसे की बारीकी से जांच में ताल्लीन हो गये। खबर लिखे जाने तक फरार कातिल का कोई सुराग नहीं लगा और पुलिस सक्रियता से मामले को सुलझाने और निपटाने में डटी हुई है।