चंडीगढ़: 13 मई:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:– कोरोनावायरस जैसी प्राण लेने वाली वैश्विक महामारी ने इंसानियत के रंगबाज स्वरूपों रखा है इससे बचाव के लिए जो उपाय सरकारी तौर पर दिए गए हैं लोग भाग उन देशों की अपने छोटे बड़े की पूर्ति के चलते गलत दिशा में उपयोग कर रहे हैं अपने साथ-साथ अपने परिवारों के लोगों जान के लिए खतरा साबित हो रहे हैं अफवाह चलाने वालों की तो बात ही मत पूछिए जिन लोगों ने जीना था उनकी बेवक्त दर्दनाक मौत का सबब भी यही अफवाह है कानून को चाहिए इन पर शिकंजा कस कर इन पर हत्याओं के मुकदमे दर्ज किए जाएं अगर यह अफवाह फैलाते तो लोग अपना सही उपचार करवाते सावधानी से अपना जीवन जीते और आज की तारीख में जिंदा भी होते यही नहीं विधायक सांसद ब्यूरोक्रेट्स यहां तक न्यायपलिका देश के कोने कोने के जिम्मेदार और जवाबदेह गैरों से लोगों को गुमराह करती आवाजें सुनाई दे रही थी कोरोनावायरस के बारे में ना जाने कितनी भ्रांतियां देश में फैलाई गई इस भयानक महामारी को एक मजाक बना दिया गया फल स्वरूप मरने वालों की तादाद इतनी बढ़ गई कि कब्रिस्तान श्मशान घाट तक कम पढ़ने लग पड़े तो लाशों का विसर्जन नदियों दरियाव में किया जाने लगा अब जो लोग लोग बाग को गुमराह कर रहे थे कि कोरोनावायरस वैक्सीन एक पार्टी विशेष की बनाई हुई दवाई है इसको लगाने से बचें इसके प्रयोग से बचें। उन्हीं लोगों सबसे पहले अपने जीवन को सुरक्षित करने के लिए वैक्सीन लगवाई। यह वह लोग हैं, जिन्होंने अपने हालका क्षेत्रों में लोगों को सचेत किया, गुमराह किया कि वैक्सीन लगवाना पाप है। हैरत की बात है कि जब अपनी जान पर बन पड़ी। तो सबसे आगे होकर टीकाकरण करवाया। और जब गरीब असहाय कमजोर इम्यूनिटी वाले समाज पर कोरोना का साया मंडराया तो उन्हें गुमराह करके मौत के मुंह में धकेल दिया। सावधान रहिए। सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें। सबके हित में इनको आगे भी समझाएं और लागू करवाएं।
*वैक्सीन विरोधी लेखों की सूची, जिसमे*
*इंडियन एक्सप्रेस – वैक्सीन विरोधी लेख – 182*
*लोकसत्ता – वैक्सीन विरोधी लेख – 172*
*नवभारत टाइम्स – वैक्सीन विरोधी लेख – 236*
*हिंदुस्तान टाइम्स – वैक्सीन विरोधी लेख – 123*
*टाइम्स ऑफ इंडिया – वैक्सीन विरोधी लेख – 287*
*द वायर – वैक्सीन विरोधी लेख – 78*
*द प्रिंट – वैक्सीन विरोधी लेख – 59*
*स्क्रॉल – वैक्सीन विरोधी लेख – 122*
*न्यूज़ लांड्री – वैक्सीन विरोधी लेख – 54*
*ऑल्ट न्यूज़ – वैक्सीन विरोधी लेख – 78*
*द हिन्दू – वैक्सीन विरोधी लेख – 128*
*जबकि राजनीतिक दलों में*
*58 – वैक्सीन विरोधी लेख/वक्तव्य – कांग्रेस पार्टी*
*17 – वैक्सीन विरोधी लेख/वक्तव्य – समाजवादी पार्टी*
*27 – वैक्सीन विरोधी लेख/वक्तव्य – शिवसेना*
*13 – वैक्सीन विरोधी लेख/वक्तव्य – DMK*
*और 12 – वैक्सीन विरोधी लेख/वक्तव्य – TMC*
*पार्टी के नेताओं ने वैक्सीन के विरोध में बोला है*
*265 बड़ी NGO के संस्थापक व कर्मचारियों ने वैक्सीन के विरोध में बोला है*
*172 रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस, जज और अन्य सरकारी अधिकारी ने भी वैक्सीन के विरोध में बोला है*
*342 कार्टून भी वैक्सीन के विरोध में इस खेमे के कार्टूनिस्ट्स ने बनाये हैं*
*ऐसा कर के इन सबने लोगों में एक भ्रम पैदा किया गया कि वैक्सीन नहीं लगाना है और आज जब लोग मर रहे हैं तो यही तथाकथित आंदोलनकारी, मक्कार लोग चुपचाप जाकर वैक्सीन लगवा रहे हैं*
*साथ ही, वैक्सीनेशन हमारा अधिकार है, बोल कर अब सरकार से सवाल कर रहे हैं कि क्यों नहीं सबको वैक्सीन लगी*
*आपकी नज़र में क्या उपचार है ऐसे दो मुँहे, दोगले लोगों का*
*मुझे तो लगता है अब बहुत हो चुका, इन लोगों के ऊपर सामूहिक हत्या का मुकदमा लगाना चाहिए*
*इनका असली जगह जेल है*
*आम पब्लिक को चाहिए कि इन लोगों को पकड़ पकड़ पीटे*
*डाटा साइंटिस्ट और शोधार्थी सुमित कुमार ने ये डाटा इकठ्ठा किया है**पोस्ट श्रीश कुमार मिश्र जी के वाल से लिया गया है*।। प्रस्तुति:- भंवर सिंह पुंडीर।