कोविड-19 में ड्यूटी देते एजुकेशन डिपार्टमेंट के इंप्लाइज को फ्रंटलाइन वॉरियर्स करें घोषित :- मोनिका शर्मा

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चंडीगढ़:- 12 मई:- आरके शर्मा विक्रमा/ करण शर्मा:- अदिति कलाकृति हब आफ हॉबीज एंड हैंडीक्राफ्ट की प्रिंसिपल आर्टिस्ट मोनिका शर्मा ने चंडीगढ़ प्रशासन से मांग की है कि वह एजुकेशन डिपार्टमेंट के कोविड-19 में ड्यूटी देने वाले टीचिंग और नॉन टीचिंग एंप्लाइज को फ्रंटलाइन वारियर्स का दर्जा दें।

वार विडोज जो गरीब अनाथ अपाहिज और अशिक्षित हैं उनको अपने पैरों पर खड़े होकर अपनी रोजी-रोटी कमाने के काबिल बनाने वाली निशुल्क रूप से आर्ट एंड हैंडीक्राफ्ट की प्रशिक्षण देने में अग्रणी अदिति कलाकृति हब आफ हॉबीज एंड हैंडीक्राफ्ट की प्रिंसिपल आर्टिस्ट एवं संचालिका मोनिका शर्मा आभा ने कहा कि शिक्षा से जुड़े सैकड़ों टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की इंप्लाइज कोविड-19 में बड़ी जिम्मेदारियों के साथ अपनी ड्यूटी निभाते हुए अपनी जान जोखिम में डालते हुए मरीजों की पीड़ित परिवारों की सेवा में जुटे हुए हैं। और वह वही ड्यूटी कर रहे हैं‌ जो इस वक्त डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ सहित पुलिस अदा कर रही है। इसलिए टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के तकरीबन 300 एंप्लाइज को भी जीवन बीमा की सुविधा देनी चाहिए। और उन्हें भी कोविड-19 वरियर्स घोषित करके सम्मानित करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि कोरोनावायरस में डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टॉफ अपनी ड्यूटी के अलावा कोविड-19 में भी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। ऐसे में उनके जानमाल की रक्षा और पूर्णतया संरक्षण देना प्रशासन की नैतिक और कानूनी जिम्मेवारी बनती है। अदिति कलाकृति की संचालिका मोनिका शर्मा आभा ने यह भी मांग की है कि अगर कोविड-19 की ड्यूटी के चलते किसी भी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की मृत्यु हो जाती है। तो उसके परिवार को उसके एवज में उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। और एक परिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जानी चाहिए। उन्होंने हैरत जताई है कि एक टीचर की कोविड 19 में ड्यूटी देते हुए मौत हो चुकी है। और एजुकेशन डिपार्टमेंट के सेक्टर 9 ऑफिस में कार्यरत रहते हुए डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर हरवीर आनंद सहित अध्यापिका अंजू जोकि गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर 46 में कार्यरत थी उनका भी कोरोना महामारी की बीमारी से दुखद देहांत हुआ है। हैरत की बात है कि अभी तक प्रशासन ने जान गवा चुके इन एजुकेशन डिपार्टमेंट के कर्मचारियों के परिवारों को किसी भी प्रकार की सहायता आर्थिक मुआवजा आदि मुहैया नहीं करवाया है। प्रशासन को चाहिए कि कोविड-19 में जो भी इंप्लाइज अपनी-अपनी ड्यूटी के अलावा इस क्षेत्र में ड्यूटी निभा रहे हैं। उनके जीवन के साथ अगर कोई दुखद घटना घटती है। तो उनके परिवारों व आश्रितों को प्रशासन द्वारा उचित मुआवजा और उनके घर के किसी सदस्य को परिवार के जीवन यापन के लिए सरकारी नौकरी की व्यवस्था की जानी चाहिए। मोनिका शर्मा आवा कि इस मांग की पहल को देखते हुए ट्राइसिटी की अनेकों सामाजिक गैर मान्यता प्राप्त ने भी उनका भरपूर समर्थन किया है और अपनी सहमति इस मांग के साथ फोन पर जताई है काफिला द इंडिया फाउंडेशन की संस्था की पूर्व प्रिंसिपल विक्रमजीत कौर बब्बल ने भी इन मांगों का समुचित समर्थन करते प्रशासन से आग्रह किया है कि वह इन मांगो को बुनियादी जामा पहनाने में कतई देर ना करें।

कैलाश चंद जैन स्टेट स्पोक्सपर्सन भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ ईकाई जोकि जाने-माने व्यापारी नेता और चंडीगढ़ उद्योग व्यापार मंडल संयोजक  हैं ने भी इस मांग का भरपूर समर्थन करते हुए प्रशासन से अपील की है कि वह टीचिंग, नॉन टीचिंग स्टाफ के कोविड-19 में कार्यरत एंप्लाइज के हितों की पूर्णता रक्षा करें। और दिवंगत इंप्लाइज के परिजन को सरकारी नौकरी और उचित मुआवजा देने की भी अविलंब व्यवस्था करें।

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