चंडीगढ़ :-27 मार्च :- अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क:—पंजाब के मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने यहाँ पाँच दिवसीय 8वें ई-इंटरनेशनल पब्लिक हैल्थ मैनेजमेंट डिवैल्पमैंट प्रोग्राम (ई-आई.पी.एच.एम.डी.पी.) के समापन समारोह के दौरान आई.टी.ई.सी. (भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग) मुल्कों के दरमियान साझेदारी और आपसी सहयोग बढ़ाने संबंधी बात की। यह कार्यक्रम पी.जी.आई. चंडीगढ़ के कम्युनिटी मैडिसन और स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ विभाग द्वारा करवाया गया।
उन्होंने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रबंधन कार्यक्रम के बारे में सीनियर पब्लिक हैल्थ मैनेजरों के सामथ्र्य निर्माण के लिए पी.जी.आई. चंडीगढ़ के इस महत्वपूर्ण प्रयास की सराहना की, जिससे उनको अपने सम्बन्धित देशों में राष्ट्रीय कार्यक्रमों की प्रभावशीलता और कुशलता में सर्वपक्षीय सुधार में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि जब से इस कार्यक्रम की कल्पना की गई है, वह इसका हिस्सा रहेे हैं। उन्होंने विचारों के आदान-प्रदान, आपसी सहयोग बढ़ाने और वैश्विक समाज के समूचे लाभ के लिए नैटवर्क स्थापित करने के लिए इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने और सकारात्मक योगदान देने के लिए सभी ई-आई.टी.ई.सी. भागीदारों का धन्यवाद किया। उन्होंने इस वैश्विक कार्यक्रम में 33 मुल्कों के 100 भागीदारों को स्पांसर करने के लिए भारतीय तकनीकी आर्थिक सहयोग, भारत सरकार के विदेशी मामलों से संबंधित मंत्रालय की सराहना की, जिन्होंने कोरोना वायरस महामारी समेत कई स्वास्थ्य समस्याओं के प्रबंधन में अपने देशों के प्रमुख अभ्यासों को प्रदर्शित किया।
इस समारोह में श्रीमती विनी महाजन के अलावा, पी.जी.आई, चंडीगढ़ के डायरैक्टर प्रोफ़ैसर जगत राम, डायरैक्टर (डी.पी.ए.-2), विदेश मंत्रालय, भारत सरकार श्री सोमनाथ चटर्जी, डायरैक्टर, एन.आई.एच.एफ.डब्ल्यू. डॉ. हरशद ठाकुर और एच.ओ.डी. डी.सी.एम. और एस.पी.एच. प्रो. अमरजीत सिंह विशेष मेहमान के तौर पर उपस्थित रहे। सभी ने इस महत्वपूर्ण, नवीन, जानकारीपूर्ण और ज्ञानवर्धक और रोचक कार्यक्रम करवाने के लिए कार्यक्रम के प्रबंधकों की सराहना की, जिसे वह अपना सकते हैं।
श्री सोमनाथ चटर्जी, डायरैक्टर (डीपीए-2), विदेश मंत्रालय ने पिछले कई सालों से इस कार्यक्रम को करवाने में पी.जी.आई. के सहयोग की सराहना की। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 161 आई.टी.ई.सी. मुल्कों में और ज्य़ादा प्रसिद्ध कार्यक्रमों में से एक है और आई.टी.ई.सी. मुल्कों में आपसी सहयोग बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहा है।
पी.जी.आई. के डायरैक्टर प्रो. जगत राम ने अपना कीमती समय निकाल कर इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी भागीदारों के समर्पण की सराहना की। उन्होंने कार्यक्रम के उद्देश्य, सिखाने के विभिन्न तरीकों, रोचक गतिविधियों और कार्यक्रम के दौरान सिखाए गए उत्तम अभ्यासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस शानदार कार्यक्रम को करवाने के लिए पी.जी.आई. के कम्युनिटी मैडिसन और स्कूल ऑफ पब्लिक हैल्थ विभाग विशेष तौर पर प्रोफ़ैसर सोनू गोयल और उनकी टीम की सराहना की।
समापन समारोह में पाँच दिवसीय कार्यक्रम की झलक, हिस्सा लेने वालों और फैसिलीटेटरों का लाइव फीडबैक सैशन और सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाया गया, जहाँ 33 देशों के भागीदारों ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया। इस कार्यक्रम के दौरान हिस्सा लेने वालों की सख़्त मेहनत और सीखने की इच्छा के लिए किए गए प्रयास की सराहना करते हुए प्रोग्राम डायरैक्टर डॉ. गोयल ने कहा कि इस कार्यक्रम में 85 मुल्कों के 600 से अधिक भागीदारों को प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि हिस्सा लेने वाले कार्यक्रम के ब्रांड अम्बैसडर होंगे, और वे इसी तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे।