चंडीगढ़- 8 मई:- आर के विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:—त्राहि-त्राहि मचाने वाला कोरोनावायरस एक विकराल डरावना और शायद ही कभी खत्म होने वाला रूप अख्तियार कर चुका है। बच्चों से लेकर नौजवान और फिर बूढ़े सब इसका ग्रास बनकर अकाल मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं। सरकार और चिकित्सा जगत से जुड़े तमाम विज्ञानी पूरी तरह से भरसक प्रयास कर रहे हैं कि इस वायरस का कोई दो नकुला हाथ लग जाए। हालांकि विश्व भर में अनेकों कंट्री ने कई वैक्सीन इजाद की हैं। लेकिन यह कितनी कारगर हैं यह एक प्राकृतिक बीमारी के आगे हम सब समझ सकते हैं। लेकिन फिर भी सरकारों को अपने दायित्व पूरी ईमानदारी से निभाने के लिए शाबाशी है। यह सच बात है कि जहां बड़े स्तर पर बड़े आयोजन होते हैं। वहां खामियां रह जाती हैं। ठीक इसी प्रकार सरकार के बहुत से कामों में बहुत सी खामियां हैं। लेकिन उन खामियों को सरकार के सहारे सुधार के लिए नहीं छोड़ा जा सकता है। हम सबको मिलकर उन खामियों को दूर करना होगा। और इंसान को इंसान के काम आने की कवायद को जारी रखना होगा। ऑक्सीजन की कमी पडते ही दुनिया के अमीर लोगों में शुमार टाटा डालमिया बिरला अदानी अंबानी और भी दर्जनों अमीरों ने ऑक्सीजन गैस प्लांटों के दरवाजे दुनिया के लिए फ्री गैस के लिए खोल दिए। विदेश से खासकर सऊदी अरब अमीरात ने तुरंत बिना किसी भेदभाव के भारत को 80 मेट्रिक टन गैस और हजारों ऑक्सीजन सिलेंडर्स की खेप एक पल गवाए बिना भेजे हैं। यूके से भी ऑक्सीजन और सिलेंडरों की बड़ी खेप भारत पहुंची है। भारत के अभिन्न मित्र रहे सोवियत रूस ने संकट की इस घड़ी में अपने देश से दवाइयों का एक बड़ा जखीरा भारत भेज दिया है। और मुस्लिम कंट्री से भी पूरी मदद आ रही है। यह भले ही भारत का अनुसरण ही है कि भारत संकट की घड़ी में तमाम देशों को अपनी समर्थन मुताबिक भरपूर मदद पहुंचाता है। और इस चीज को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया जाता है कि उस मुल्क ने हमारे मुल्क का कितना नुकसान किया है। यही धरती पर इंसानों की एक अलग काबिलियत कबूली जा सकती है। भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और भारत के दूसरे पड़ोसी देश विक्रम ने भी भारत को अपनी समर्थन मत आप एक मदद पहुंचाई है और अपने अंदर इंसानियत की जागती ज्योत का प्रमाण दिया है।
भारत में कोरोनावायरस सिर चढ़कर बोल रहा है। सरकार द्वारा किए जा रहे बड़े स्तर पर राहत कार्य ऊंट के मुंह में जीरा बन चुके हैं। हरियाणा सरकार ने कोविड-19 के बढ़ते तमाम केसों को मद्देनजर रखते हुए अपने प्रांत के कोविड-19 पॉजिटिव रोगियों की सुविधा के लिए एक दिल हर्षाने वाली घोषणा करते हुए कहा कि हरियाणा में लोगों को अब डोर टू डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करने की सुविधा दी जा रही है। सरकार के निर्देशों अनुसार रोगी या उनके अभिभावकों को ऑनलाइन आवेदन करने के साथ ही ऑक्सीजन उनके डोर स्टॉप पर मुहैया करवाई जाएगी। यह तमाम जानकारी हरियाणा सरकार के एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी डॉ अमित अग्रवाल ने देते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि हर जान कीमती है। किसी भी शर्त पर किसी भी मुकाम पर किसी की जान को खतरा नहीं होने दिया जाएगा।
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