चंडीगढ़:20 अप्रैल :-आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:- हम अपने सुधि पाठकों को यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अगर आज अपने कदमों को अपने घरों में रोक लेंगे, तो कल अफसोस करने आने वालों के कदम खुद-ब-खुद रुक जाएंगे। हमारे एक बहुत ही सुधि पाठक जोकि लेखा भवन में एजी यूटी चंडीगढ़ में कार्यरत हैं। और साहित्य पिपासु भी हैं। उन्हें अपने भाईचारे की, समाज की व दुनिया की बेहद फिक्र है। और अपनी इसी फिकरमंदी और कोरोना के संकेतों को भांपते हुए सभी लोगों को कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी के दूसरे सुनामी से हर हाल में बचने के लिए प्रेरित सुझाव अल्फा न्यूज इंडिया के माध्यम से सांझा कर रहे हैं, सुरेंद्र कुमार एजी यूटी चंडीगढ़ से।🌿🌿
*आज सलामत रहे तो कल की सहर देखेंगे,*
*आज पहरे में रहे तो कल का पहर देखेंगे,*
*साँसों के चलने के लिए कदमों का रुकना ज़रूरी है,*
*घरों में आज बंद रहना दोस्तों हालात की मज़बूरी है,*
*अब भी न संभले तो बहुत पछतायेंगे,*
*सूखे पत्तों की तरह हालात की आँधी में बिखर जाएंगे,*
*यह जंग मेरी या तेरी नहीं बल्कि हम सब की है,*
*इस ज़ंग की जीत या हार भी हम सब की है,*
*अपने लिए न सही अपनों के लिए जीना है,*
*यह जुदाई का ज़हर दोस्तों घूँट घूँट पीना है,*
*आज महफ़ूज़ रहे तो कल मिलकर खिलखिलाएंगे,*
*गले भी मिलेंगे और कसकर हाथ भी मिलाएंगे,*
🙏🏻🌹साभार सुरिंदर ए जी यु टी चंडीगढ़🌹🙏