चंडीगढ़/ पंचकूला:- 05 अप्रैल:- आरके शर्मा विक्रमा/ करण शर्मा:– हरियाणा में पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने आज किसानों के समर्थन में सेक्टर 4 एफसीआई दफ़्तर के बाहर प्रदर्शन में पहुँचे, और अपना समर्थन दिया ।
चन्द्रमोहन बिश्नोई ने कहा एफसीआई का बचना जरुरी है। क्योंकि खाना खाने वाला और गेहुं पैदा करने वाला दोनों ऐफसीआई पर निर्भर हैं। केन्द्र और प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस को बन्द करना चाहती है। जो किसान और देश की जनता के साथ अन्याय होगा। और हम एफसीआई को बन्द नहीं होने देंगे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री चन्द्रमोहन जी ने कहा कृषि व किसान विरोधी केन्द्र सरकार के तील काले कानून देश के किसान, खेत और खलिहान के खिलाफ एक घिनौना षडयंत्र हैं। इन कानूनों से किसान ही नहीं, बल्कि मंडिया खत्म होने से लाखों करोड़ मजदूर, आढ़ती, मुनीम, ढुलाईदार, ट्रांसपोर्टर, शेलर आदि की रोजी रोटी और आजीविका अपने खत्म हो जाएगी। कांट्रेक्ट फार्मिंग अध्यादेश की सबसे बड़ी खामी तो यही है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य यानि एमएसपी देना अनिवार्य नहीं है। जब मंडी व्यवस्था खत्म होगी तो किसान केवल कांट्रेक्ट फार्मिंग पर निर्भर हो जाएगा और बड़ी कंपनियां किसान के खेत में उसकी फसल की मनमर्जी की कीमत निर्धारित करेगी। यह नई जमींदारी प्रथा नहीं तो और क्या है? कांट्रेक्ट फार्मिंग के माध्यम से विवाद के समय गरी किसान को बड़ी कपंनियों के साथ अदालत व अफसरशाही के रहमोकरम पर छोड़ दिया गया है। ऐसे में ताकतवर बड़ी कपंनयिां स्वाभाविक तौर से अफसरशाही पर असर का इस्तेमाल करके किसान को उलझाकर उसकी रोजी रोटी पर आक्रमण करेंंगी और मुनाफा कमाएंगी। तीन काले कानून देश के संघीय ढांचे पर हमला है। उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार का पिछले एक वर्ष का कार्यकाल हरियाणा के किसान, व्यापारी, कर्मचारी, मजदूर वर्ग के लिए हर समय मुसीबत लेकर आया। पिछले एक वर्ष के दौरान गठबंधन सरकार राज्य का विकास करने की बजाय घोटालों में व्यस्त रही। धान घोटाला, शराब घोटाला, रजिस्ट्री घोटालों को अंजाम दिया तथा कोरोना की आड़ में जनता को लूटने का काम किया। किसानों को न तो एमएसपी मिला और न ही खराब फसलों का मुआवजा ही सरकार दे पाई। जीएसटी, नोटबंदी से बेहाल हुआ राज्य के व्यापारी वर्ग को लॉकडाउन ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। पिछले एक वर्ष के दौरान कर्मचारी वर्ग अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर हुआ, वहीं सरकारी नीतियों के विरोध में किसान संगठन लगातार आंदोलनरत हैं।
चन्द्रमोहन जी ने कहा भाजपा व जजपा का कार्यकाल हर मोर्चे पर विफल सिद्ध हुआ है और खट्टर-दुष्यंत की जोड़ हरियाणा की जनता को भयमुक्त शासन-प्रशासन देेने में जहां विफल साबित हुई, वहीं राज्य के विकास के प्रति भी सरकार की नीतियां ढुलमुल नजर आई। पिछले एक वर्ष में राज्य में कोई बड़ा उद्योग, प्लांट लगना तो दूर सरकार की नीतियां से त्रस्त आकर कई उद्योग राज्य से पलायन हुए।
देश के अन्नदाता को मारने की साजिश जो सरकार रचेगी उसका वोट की ताकत से जनता जवाब देगी।
मीडीया प्रवक्ता हेमन्त किगंर ने कहा भाजपा सरकार ने रेल बेच दी, रेलवे स्टेशन बेच दिए, एलआईसी बेच दी, यहां तक की तेजस विमान बनाने वाली कंपनी भी बेचने के लिए बोली लगवाई गई। हरियाणा सरकार स्कूल बेचने की भी कोशिश कर रही है। उत्तर प्रदेश भाजपा सरकार ने तो वहां के सरकारी स्कूलों का निजीकरण शुरू भी कर दिया है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशी शर्मा व पूर्व चेयरमैन धनींदर वालीया ने कहा कि केन्द्र सरकार कहती है कि एमएसपी रहेगा। कैसे विश्वास करें इतने झूठे लोगों पर। पहले बोलते थे कि एफडीआई नहीं लाएंगे।निजीकरण नहीं करेंगे। हर साल 2 करोड़ नौकरी देंगे। काला धन लाएंगे।