चंडीगढ़:-01 अप्रैल:- अल्फा न्यूज इंडिया डेस्क प्रस्तुति:– आज के दौर पर हर दूसरा व्यक्ति अपने घर और चाहने वालों से दूर रहता है, ऐसे में वाट्सऐप और फेसबुक (Whatsapp and facebook) के द्वारा वीडियो कॉल(video call) करना तो आम बात है, लेकिन आज कल वाट्सऐप और फेसबुक वीडियो कॉल (Whatsapp and facebook video call) के जरिए बड़े बड़े स्कैम को अंजाम दिया जा रहा है. इसके तहत किसी अननोन नंबर से आपके पास कॉल आता है, जिसके बाद आपकी फ़ोटो या वीडियो को कैप्चर करके उसे मॉर्फ कर दिया जाता है और इसे न्यूड फोटो या वीडियो में इंटरचेंज कर दिया जाता है और फिर उस फोटो या वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पैसे लिए जाते हैं. बहुत से लोग बदनामी के डर से पैसे पर पैसे देते रहते हैं. ऐसे कई लोग इस स्कैम का शिकार हो चुके हैं.
ये घटना बेंगलुरू की है, जहां के रहने वाले हरदेव (काल्पनिक नाम) एक कम्पनी में कार्यरत हैं और वो विदेशी क्लाइंट के साथ डीलिंग का काम करता है तो इस कारण उनको रात में काम करना पड़ता है. एक रात उनके पास महिला का वाट्सएप पर वीडियो कॉल आया तो हरदेव ने पहले इसे नहीं उठाया, लेकिन जब लगातार कॉल आया तो हरदेव ने उठा लिया. देखते देखते कॉल करने वाली महिला वीडियो कॉल में अपने कपड़े उतारना शुरु कर दी, जिसके बाद हरदेव ने कॉल कट कर दी.
30 मिनट बाद हरदेव के पास एक वीडियो आया, जिसमें दिखाई दिया कि हरदेव अपने कपड़े उतार रही है, इसका मतलब की हरदेव का चेहरा मॉर्फ़ करके किसी दूसरे न्यूड वीडियो में जोड़ दिया गया. इसके बाद किसी ने उसको ब्लैकमेल करना शुरु कर दिया कि अगर वो पैसे नहीं देगी तो इस वीडियो को वायरल कर दिया जायेगा. इस बात की जानकारी हरदेव ने पुलिस ने पुलिस को दी, लेकिन इस पर पुलिस कोई सख्त कदम नहीं उठाई. इसके बाद हरदेव को दोबारा कॉल आया और धमकी दी गई कि पुलिस को ना बताया जाए.
प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, एक दूसरे मामलों में देखा गया है कि फ्रॉड करने वाले लोग अपने स्कैम में डिजिटल स्क्रीन का यूज़ करते हैं. चार से पांच महीने पहले ही एक अन्य केस आया था लड़की की प्रोफाइल से एक इंसान को फेसबुक में मैसेज आया और दोनों में बातचीत होने लगी. शख्स से लड़की ने वाट्सएप नम्बर मांगा तो व्यक्ति ने अपना ऑफिसियल नंबरर दे दिया. इसके बारे में खुद विक्टिम ने बताया कि जब वाट्सएप वीडियो कॉल आया तो पहले स्क्रीन में कुछ दिख नहीं रहा था, जिसके कारण शख्स ने फोन कट कर दिया, फिर से लड़की के पास कॉल आया, जिसमें वो अपने कपड़े उतारती जा रही थी.
इसके बाद उस शख्स के पास एक वीडियो आता है, जिसमें उस न्यूड वीडियो में उसी का फेस लगा होता है. उसको भी ब्लैकमेल कर पैसे की मांगें जाते हैं. लड़का उस नंबर को ब्लॉक कर देता है,लेकिन स्कैमर उस शख्स के कजिन को वही वीडियो भेज देता है. जिसके बाद जब व्यक्ति ने अपनी सभी आईडी को लॉक कर दिया और पुलिस से शिकायत की, लेकिन फिर भी पुलिस ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया और ये बोल दिया गया कि ये सब नॉर्मल है.
कुछ ऐसा ही मामला अभी 15 दिन पहले आगरा से आया, जहां पर उस व्यक्ति को ऊपर बताए गए कामों की तरह ही फंसाया गया, लेकिन इस शख्स ने स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर ली और अपने एक मित्र जो कि साइबर क्राइम में एसआई है उसको पूरी घटना के बारे में बताया. बता दें कि इन मामलों में लड़के लड़कियों बन कर लोगो को झांसा देते है. अपनी आईडी में लड़की का नाम लिखकर और लड़की की ही इमेज लगा कर लोगो के साथ स्कैम को अंजाम देते हैं.
इस मामले में दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट के डीसीपी अनयेश रॉय ने कहा कि ये एक कॉमन फ्रॉड है जो पिछले 3 से 4 महीनों से चल रहा है. ज्यादातर ये काम उत्तरप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा में होते हैं. ये स्कैम ज्यादातर 20 से 35 वर्ष के बीच के लोग करते हैं. फेक आईडी बनाकर ये स्कैम किए जाते है. लड़कियों की फोटो लगा कर ये लोग लड़को को आकर्षित करते हैं. स्कैमर एक फोन से वीडियो कॉल करते है और दूसरे फोन में एडल्ट क्लिप चला कर कैमरे के सामने रख देते है, जिससे सामने वाले को ऐसा लगता है कि कोई एडल्ट एक्टिविटी हो रही है. फिर विक्टिम को फोन कर के ये बोला जाता है कि हम यूट्यूब की टीम की तरफ से बात कर रहे हैं, हमें आपकी वी एक वीडियो मिली है और फिर पैसे मांगने लगते हैं फिर जो लोग इनके झांसे में नहीं आ पाते है उनको दूसरे नम्बर से पुलिस ऑफिसर बनकर फ़ोन किया जाता हैं कि हमे यूट्यूब या सोशल मीडिया के जरिए शिकायत मिली है कि आपके वीडियो अपलोड है, जिसके बाद वो लड़ जाते हैं और पैसे दे ही देते हैं.
इसलिए बचाव के तौर पर जब आप पर ऐसी स्थिति आएं तो स्क्रीन शॉट, नम्बर, पिक्चर, पैसे भेजने की डिटेल्स सबकुछ अपने पास रख लें क्योंकि ये लोग इन सारे सबूतों को बहुत जल्दी खत्म भी कर देते हैं. और आगे इनको पकड़ने में समस्या आती हैं. डीसीपी ने इस मामले में बताया है कि अब ऑनलाइन जाकर भी इस स्कैम की शिकायत को दर्ज कराया जा सकता है, ये एक आसान तरीका है. इसमें आप नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर जाएं या फिर cybercrimegov.in पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. ये शिकायत उससे सम्बंधित जिले के पुलिस स्टेशन पर पहुंच जाएगी और आप ऑनलाइन ही अपनी शिकायत का स्टेटस भी चेक कर सकते हैं.
वहीं दूसरी ओर इंटरनेट वेलनेस एक्सपर्ट अनिल रचामल्ला ने बताया कि जिसको आप नहीं जानते हैं उससे बात ही ना करे और प्रोफाइल पर जो भी फोटो लगी इमेज को वेरीफाई कर लें, इसकी रिवर्स इमेज भी चेक करें, जिससे आपको सच्चाई का पता लग पायेगा. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के बताए आंकड़े के अनुसार साल 2019 में देश मे साइबर क्राइम के 4,4546 केस सामने आए और साल 2018 में 28,248 थे, जो एक साल में लगभग 64 फीसदी बढ़ गए थे. 2019 में साइबर क्राइम में पहले नम्बर पर कर्नाटक, दूसरे पर उत्तरप्रदेश, तीसरे नम्बर पर महाराष्ट्र था.साभार जगत क्रांति।।।।।।।।