चंडीगढ़: 11 मार्च: अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क प्रस्तुति:–हिंदू धर्म में फाल्गुन अमावस्या काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है , जो हर बार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष पर आती है। महाशिवरात्रि पर्व के बाद आने वाली यह अमावस्या इस बार 12 मार्च यानि कल है, जो देसी या हिंदू वर्ष की आखिरी अमावस्या भी होती है। इस दौरान लोग पितरों की आत्मा शांति के लिए दान, तर्पण और श्राद्ध आदि करते हैं जबकि कुछ लोग इस दिन व्रत भी करते हैं।
देवों का आशीर्वाद महत्वपूर्ण
फाल्गुन अमावस्या के दिन चंद्र दर्शन नहीं होते लेकिन फिर भी इस दिन चंद्रदेव, यमदेव और सूर्यदेव का आशीर्वाद पाना विशेष माना जाता है। इसके लिए आप मंदिर जाकर देवों का आशीर्वाद ले सकते हैं।
फाल्गुन अमावस्या के दिन क्या करें
1. अमावस्या के दिन देर तक नहीं सोएं और सूर्य उद से पहले ही उठने की कोशिश करें। इस दिन सुबह उठकर गंगा या किसी भी पवित्र नदी में स्नान करें। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो घर में पानी में गंगाजल मिलाकर नहाएं।
2. फाल्गुण अमावस्या पर जरुरतमंद व गरीबों को दान करना शुभ माना जाता है और इससे पूर्वज भी खुश होते हैं।
3. शाम के समय पीपल के पेड़ के पास सरसों तेल का दीपकर जलाएं। फिर पूर्वजों को याद करते हुए 7 बार पेड़ की परिक्रमा करें।
4. इस दिन भगवान शिव, अग्नि देवता और ब्राह्मणों को उड़द दाल, दही और पूरी के रूप में नैवेद्यम जरूर अर्पित करें। साथ ही भगवान शिव का दूध, दही, शहद और काले तिल से अभिषेक करें। इससे भगवान खुश होंगे।
5. अगर आर्थिक समस्याएं चल रही हैं तो इस दिन भगवान शिव को खीर का भोग लगाएं। ऐसा करने से ये समस्याएं दूर हो जाएंगी।
6. सूरज देवता को प्रसन्न करने के लिए इस दिन सूर्य चालीसा का पाठ करें। साथ ही सुबह के समय घी का दीपक जलाकर उनके 12 नामों का जाप करें।
7. अगर पित्र दोष हो तो लाल मीठी चीजों का दान करें।
फाल्गुन अमावस्या पर क्या न करें?
1. माता-पिता और बड़े बुजुर्गों का सम्मान करें और किसी का अपमान ना करें।
2. इस दिन काले रंग के वस्त्र भी ना पहनें। महिलाएं रात के समय बाल भी ना झाड़ें और ना ही उन्हें खुला छोड़ें। माना जाता है कि अमावस्या पर बुरी शक्तियां भी धरती पर घूमती है ऐसे में बाल खुले देखकर वो आपकी तरफ आकर्षित हो सकती है।
3. अपने गुस्से पर कंट्रोल रखें और घर में भी शांति का माहौल बनाए रखें।
4. मांस-मदिरा से इस दिन खासतौर पर दूर रहें। साथ ही तामसिक चीजें जैसे प्याज, लहसुन का प्रयोग भी ना करें और इस दिन सात्विक भोजन खाएं।
5. अगर व्रत रखा है तो ब्रह्मचर्य का पूरी तरह से पालन करें। आप चाहे तो इस दिन शनिवार का अपवास भी रख सकते हैं और व्रत में नमक का सेवन न करें।
6. खासतौर पर इस दिन घर में अंधेरा बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। शाम-रात के समय भी घर में रोशनी होनी चाहिए।
7. अमावस्या का दिन दान और तर्पण का होता है इसलिए अगर इस दिन कोई घर आए तो उसे खाली ना लौटाएं।
*(साभार हेमंत के.)